पवित्र परिवार की उर्सुलाइन धर्मबहनों की कहानी सिस्टर रोजा रोकुज्जो के उन लोगों के प्रति पूर्ण और विनम्र समर्पण के काम से शुरू हुई जिन्हें सबसे ज्यादा जरूरत थी। अनाथ के रूप में उनके दुख से एक ऐसा प्यार उभरा जो सभी को गले लगाने में सक्षम था। आज धर्मबहनें अपने मिशन को जारी रखते हुए, अपने मूलभूत करिश्मे के अनुसार, समाज के जरुरतमंदों की गुहार का जवाब दे रही हैं।