पोप लियो : हर वातावरण में ईश्वरीय प्रेम के स्पष्ट प्रतीक और शांति के साधन बनें

पोप ने समर्पित जीवन की जयंती के अवसर पर एकत्रित हुए धर्मसंघियों, धर्मबहनों तथा सेकुलर संस्थाओं के समर्पित सदस्यों का अभिवादन कर कलीसिया के प्रति अमूल्य सेवा के लिए उन्हें धन्यवाद दिया और हर जगह ईश्वर के प्रेम के स्पष्ट प्रतीक और शांति के साधन बनने हेतु प्रेरित किया।

बुधवारीय आम दर्शन समारोह के दौरान पोप लियो 14वें ने समर्पित जीवन की जयंती के अवसर पर एकत्रित हुए धर्मसंघियों और धर्मबहनों, तथा सेकुलर संस्थाओं के समर्पित सदस्यों का अभिवादन कर कलीसिया के प्रति अमूल्य सेवा के लिए उन्हें धन्यवाद दिया और हर वातावरण में ईश्वर के प्रेम के स्पष्ट प्रतीक और शांति के साधन बनने हेतु प्रेरित किया।

पोप ने कहा, “मैं इतालवी भाषी तीर्थयात्रियों का हार्दिक स्वागत करता हूँ। विशेष रूप से, मैं यहाँ समर्पित जीवन की जयंती के अवसर पर एकत्रित हुए धर्मसंघियों और धर्मबहनों, तथा सेकुलर संस्थाओं के समर्पित सदस्यों का अभिवादन करता हूँ। मैं सुसमाचार और कलीसिया के प्रति आपकी अमूल्य सेवा के लिए आपका धन्यवाद करता हूँ, और आपसे आग्रह करता हूँ कि आप हर वातावरण में ईश्वर के प्रेम के स्पष्ट प्रतीक और शांति के साधन बनें। आधुनिक विश्व की अनेक सीमाओं पर आशा की गवाही देते हुए, मिशनरी साहस के साथ सुसमाचार प्रचार और मानव उन्नति के नए मार्गों की पहचान करते हुए, कभी न थकें।”

साथ ही पोप ने इंग्लिश भाषी तीर्थयात्रियों से कहा, “समर्पित जीवन की जयंती में भाग ले रहे धार्मिक और समर्पित लोगों का विशेष स्नेहपूर्वक अभिवादन करते हुए, मैं आपको धन्य कुँवारी मरियम की ओर देखने के लिए प्रोत्साहित करता हूँ जो "पिता के प्रति समर्पण, पुत्र के साथ एकता और पवित्र आत्मा के प्रति खुलेपन का उत्कृष्ट आदर्श हैं।" (वीता कॉन्साक्राता, 28) ईश्वर आपको आशीर्वाद दें!