पोप फ्राँसिस ने गिनी-बिसाऊ के राष्ट्रपति श्री उमारो सिसोको एम्बालो से मुलाकात की। बातचीत के दौरान विशेष रूप से अफ्रीकी राज्य में कलीसिया द्वारा किए गए शैक्षिक और स्वास्थ्य देखभाल कार्यों पर प्रकाश डाला गया।
जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में परमधर्मपीठ का स्थायी मिशन "शांति के अनमोल उपहार पर विचार करने के लिए" अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सदस्यों और विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों को एकत्रित करता है।
दुनिया भर से काथलिक मानसिक स्वास्थ्य मंत्री मानसिक स्वास्थ्य और प्रेरितिक देखभाल के लिए समर्पित पहली वाटिकन कार्यशाला में भाग लेने के लिए वाटिकन संचार विभाग में एकत्र हुए।
जो लोग कमजोर और बीमार हैं उनकी "देखभाल करना" हमारी मानवता की आंतरिक आवश्यकता है और प्रशामक देखभाल एक ठोस और वैध जवाब देती है क्योंकि जब ऐसा क्षण आता है जब कोई व्यक्ति चंगा नहीं हो सकता है, फिर भी आप हमेशा उन लोगों की देखभाल कर सकते हैं।” उक्त बात जीवन के लिए परमधर्मपीठीय अकादमी के अध्यक्ष मोनसिन्योर भिंचेंसो पालिया ने कही।
भारतीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने धर्मसभा और मिशन को ध्यान में रखते हुए काथलिक समुदाय को जोड़ने के लिए 30 जनवरी, 2024 को बेंगलुरु में संत जॉन्स नेशनल एकेडमी ऑफ हेल्थ साइंसेज में वार्षिक आम सभा के दौरान एक नया "ऐप" लॉन्च किया।
इस्राइल-हमास युद्ध से पीड़ित गजा के बीमार और घायल बच्चे फादर इब्राहीम फाल्टास द्वारा शुरू की गई पहल की बदौलत इटली पहुंचे हैं, जिनका इलाज इटली के अस्पतालों में किया जाएगा। यह पवित्र भूमि के संरक्षक फादर फाल्टस और इटली के समर्थन से संभव हुआ है।
जैसा कि हम आज जानते हैं, धार्मिक जीवन, चिंतनशील और सक्रिय दोनों, दो हजार वर्षों में विकसित हुआ है। चार निबंधों में से पहले में, क्रिस्टीन शेंक ने संक्षेप में बताया है कि साहित्यिक रिकॉर्ड हमें प्राचीन ख्रीस्तीय धर्म में महिलाओं के बारे में बताता है।
इंग्लैंड और वेल्स में काथलिक कलीसिया ने नस्लीय न्याय रविवार मनाया। इस दिन कलीसिया नस्लवाद का विरोध करने और नए जोश के साथ नस्लीय न्याय को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करती है।
इस सप्ताह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस राम मंदिर का उद्घाटन किया, वह यह आकलन करने में एक मील का पत्थर है कि उनका नेतृत्व भारत की धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र की अवधारणा को अपने धार्मिक अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों और ईसाइयों के लिए दूरगामी प्रभाव के साथ कैसे बदल रहा है।
ईसाई नेताओं का कहना है कि उत्तर प्रदेश में अल्पसंख्यक ईसाइयों का उत्पीड़न अनियंत्रित हो रहा है, जहां इस महीने पादरी सहित समुदाय के 17 सदस्यों को जेल में डाल दिया गया है।
देवदूत प्रार्थना के अंत में संत पापा ने म्यांमार, मध्यपूर्व, यूक्रेन और हैती के पीड़ितों की याद की। और सभी से आग्रह किया कि हम शांति के रास्ते को अपनायें।
रविवार को देवदूत प्रार्थना के दौरान पोप ने विश्वासियों से आग्रह किया कि वे प्रलोभन से बचने के लिए येसु का आह्वान करें और बतलाया कि शैतान से कभी वार्तालाप नहीं करनी चाहिए।
पोप फ्राँसिस के साथ मुलाकात के बाद, संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवाधिकारों का सम्मान करने के महत्व पर जोर दिया, संघर्षों पर प्रौद्योगिकी के प्रभाव के बारे में चिंता व्यक्त की, मध्य पूर्व में युद्धविराम का आह्वान किया।
पोप फ्राँसिस ने वाटिकन में गरीबों की सेवा में सॉवरेन मिलिट्री ऑर्डर ऑफ माल्टा (एसएमओएम) के राजदूतों उनके राजनयिक कार्यों के लिए प्रशंसा की और वाटिकन कूटनीति के बीच "संयुक्त" कार्रवाई के महत्व पर जोर दिया।
पोप फ्राँसिस के साथ मुलाकात के बाद, संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन की महानिदेशिका एमी पोप ने प्रवासन के संबंध में पोप की जोशीली वकालत की प्रशंसा की और इस बात पर अफसोस जताया कि कैसे चुनावी वर्षों में अक्सर प्रवासियों को बदनाम किया जाता है।
पोप फ्राँसिस ने एक युवा पुर्तगाली लड़की एडना को एक वीडियो संदेश भेजा, जिसके साथ उन्होंने लिस्बन में विश्व युवा दिवस से पहले पत्र-व्यवहार किया था और उसे जीवन-घातक बीमारी के साथ अपना संघर्ष जारी रखने और युवाओं के लिए प्रार्थना करने हेतु प्रोत्साहित किया।
पोप फ्राँसिस ने शनिवार को बारी -बितोंतो महाधर्मप्रांत के दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण करने की तैयारी कर रहे बच्चों, उनके माता-पिताओं, प्रचारकों एवं महाधर्मप्रांत के विश्वासियों से वाटिकन के पौल षष्ठम सभागार में मुलाकात की और दृढ़ीकरण संस्कार के महत्व के साथ-साथ, बपतिस्मा के दौरान की गई प्रतिबद्धताओं के बीच गहरे संबंध पर जोर दिया।
रोम की दीवारों के बाहर सन्त पौल महागिरजाघर में गुरुवार सन्ध्या आयोजित ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक प्रार्थना सप्ताह के समापन समारोह में पोप फ्राँसिस ने समस्त विश्व के ख्रीस्तानुयायियों का आह्वान किया कि वे विभाजन रूपी शैतान के जाल न फँसें तथा प्रार्थना एवं निःस्वार्थ सेवा द्वारा विभाजनों को दूर कर एकता में आगे बढ़ें।