केन्याई युवाओं द्वारा हाल ही में किए गए राजनीतिक प्रदर्शनों के बाद, देश के धर्माध्यक्षों ने इस बात पर जोर दिया है कि युवा, लोगों के विश्वास के पात्र हैं, साथ ही उन्होंने संवाद, सुनने और कलीसियाओं को पवित्र तथा कभी भी यंत्रीकृत न किये जानेवाले स्थान के रूप में सुरक्षित करने का आह्वान किया है।