अंतर्धार्मिक संवाद आयोग ने कर्नाटक क्षेत्रीय देहाती केंद्र, सुबोधन में आध्यात्मिक आदान-प्रदान की एक अनूठी सभा का आयोजन किया। आयोग के क्षेत्रीय सचिव, फादर विनय कुमार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में महाबोधि सोसाइटी के बौद्ध भिक्षुओं के साथ-साथ विभिन्न धार्मिक परंपराओं के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
युद्ध से त्रस्त विश्व में विभिन्न कारणों से टूटते परिवारों और बिखरते रिश्तों के लिए पोप लियो 14वें ने गहरी चिंता व्यक्त की है क्योंकि परिवार और रिश्तों की नींव पर ही दुनिया टिकी है।
पोप लियो 14वें ने 22 अगस्त को शांति हेतु प्रार्थना और उपवास दिवस घोषित करते हुए विश्वासियों को एकजुट होने के लिए आमंत्रित किया है, तथा सशस्त्र संघर्ष से त्रस्त सभी स्थानों पर "निरस्त्र और निःशस्त्र शांति" का आह्वान किया है।
कस्तेल गांदोल्फो से वाटिकन लौटते हुए मंगलवार शाम को पोप लियो 14वें ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमें “शांति पाने के लिए सचमुच आगे बढ़ने का रास्ता खोजना होगा।”
पोप लियो 14वें ने पलेस्त्रीना धर्मप्रांत के एक गांव में स्थित कृपा की माता मरियम तीर्थस्थल की यात्रा की, तथा उस तीर्थस्थल की देखभाल करनेवाली धर्मबहनों के साथ मुलाकात की।
पियात्सा सन पियेत्रो (संत पेत्रुस प्राँगण) पत्रिका के नवीनतम अंक में, पोप लियो 14वें ने लौरा के एक पत्र का उत्तर दिया है, जिसमें उन्होंने पत्रिका के पन्नों में आस्था के साथ अपने कुछ संघर्षों को साझा किया है। पोप ने उन्हें कुँवारी मरियम पर भरोसा रखने की सलाह दी है और "कठिनाइयों को नाम से पुकारने" के लिए प्रोत्साहित किया है।
पोप लियो 14वें ने इस सप्ताह आयोजित अमाज़ोन क्षेत्र के कलीसियाई सम्मेलन की बैठक को दिए संदेश में, अमाज़ोन क्षेत्र के निवासियों के बीच स्पष्ट रूप से और अधिक उदारता के साथ येसु मसीह का प्रचार करने के महत्व की पुष्टि की है।
परमधर्मपीठीय आवास (पोंटिफिकल वि्ललास) की वाटिका में कारितास अल्बानो की ओर से गरीबों के लिए दोपहर के भोजन में शामिल होने से पहले, पोप ने समझाया कि हम में से प्रत्येक व्यक्ति ईश्वर की छवि में बना है, और "हम सभी में ईश्वर की उपस्थिति पा सकते हैं।"
कास्तेल गंदोल्फो में रविवार को देवदूत प्रार्थना के अंत में, पोप लियो 14वें ने पाकिस्तान, नेपाल और भारत प्रशासित कश्मीर में अचानक आई बाढ़ में 300 से अधिक लोगों की मौत के बाद पीड़ितों और उनके परिवारों को याद किया।
आज 19 अगस्त को विश्व मानवता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। काथलिक कलीसिया की मानवीय शाखा, कारितास इंटरनैशनल उन लोगों का आह्वान कर रही है, जो विश्वभर में हिंसा को समाप्त करने की शक्ति रखते हैं, कि वे इसका सामना करें और प्रत्येक मानव जीवन की रक्षा करें।
गज़ा में पवित्र परिवार काथलिक गिरजाघर के पल्ली पुरोहित फादर रोमानेली ने वाटिकन मीडिया को बतलाया कि गजा शहर के पल्ली के आसपास वाले क्षेत्र को खाली करने का आदेश नहीं दिया गया है, तथा शांति के लिए प्रार्थना करने का अपना निमंत्रण दोहराया।
2025 के सृष्टि काल से पहले, यूरोपीय कलीसियाओं के नेता एकजुट होकर ख्रीस्तीयों को सृष्टि के साथ स्वस्थ संबंध के माध्यम से "शांति के बगीचे" के लिए प्रार्थना करने हेतु आमंत्रित कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने खुलासा किया है कि 2024 की शुरुआत से अब तक दुनिया भर में कम से कम 383 मानवीय कार्यकर्ता मारे गए हैं, और इस संख्या को एक “चौंकानेवाला रिकॉर्ड” बताया है तथा सहायताकर्मियों के सामने बढ़ते खतरों का स्पष्ट प्रतिबिंब बताया है।
कलीसिया के धर्मगुरूओं ने वार्षिक "सृष्टि काल" से पहले पृथ्वी की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है, जब दुनिया भर के ख्रीस्तीय एक महीने से ज़्यादा समय तक सृष्टि के लिए प्रार्थना करते हैं। उनकी चिंता ऐसे समय में सामने आई है जब अधिकारियों का कहना है कि यूरोप और एशिया में जलवायु संबंधी आपदाएँ तेज़ हो रही हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने अमेरिका और यूरोप से अटूट समर्थन की अपील की है, क्योंकि रूस ने वाशिंगटन में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और अन्य विश्व नेताओं के साथ होनेवाली महत्वपूर्ण वार्ता से पहले कई यूक्रेनी शहरों पर घातक हमले तेज कर दिए हैं।
फिलीपीनी सरकार ने देश के काथलिक धर्माध्यक्षों को आश्वासन दिया है कि वह बाल पोषण और शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय संकट से निपटने के लिए अरबों पेसो देने के लिए प्रतिबद्ध है।
भारत, पाकिस्तान और नेपाल में आई घातक बाढ़ के बाद, जिसमें 300 से अधिक लोग मारे गए, सबसे अधिक प्रभावित देश पाकिस्तान में राहत और बचाव कार्य पुनः शुरू हो गए हैं, क्योंकि भारी बारिश के कारण प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन प्रयास बाधित हो गए थे।
पूर्वी रीति के एक महाधर्मप्रांत के एक धर्मसभा समूह ने अपनी पहली "अल्माया धर्मसभा" के समापन के बाद, भारत स्थित चर्च के निर्णय लेने वाले निकायों में धर्मसभा के सदस्यों के लिए व्यापक प्रतिनिधित्व की मांग की है।