अपने साप्ताहिक आम दर्शन समारोह के समापन पर, पोप लियो 14वें ने गाज़ा के लोगों के प्रति अपनी "गहरी" संवेदना व्यक्त की। उन्होंने युद्धविराम, बंधकों की रिहाई, संकट के कूटनीतिक समाधान और अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के पूर्ण सम्मान की अपनी अपील दोहराई।
पोप लियो 14वें ने शुक्रवार को शांति के लिए प्रार्थना और उपवास का दिन घोषित किया था। उनके आह्वान का प्रत्युत्तर देते हुए कलीसियाई समुदाय व्यापक रूप से पोप की इस अपील में शामिल हुए। मध्य पूर्व और यूरोप के दुखद युद्धों के अलावा, 56 से ज़्यादा "भूले-बिसरे" संघर्ष हैं जो लोगों के बीच दुःख और पीड़ा उत्पन्न कर रहे हैं।
पोप लियो 14वें ने नैतिक ईशशास्त्रियों (मोरल थेओलोजियन्स) से आग्रह किया है कि वे संत अल्फोंस लिगुओरी और अन्य संतों के उदाहरणों का अनुसरण करें, क्योंकि वे दिव्य प्रकाशना के आलोक में आधुनिक दुनिया की "चुनौतियों, परिवर्तनों और संघर्षों" पर चिंतन करते हैं।
युद्ध से त्रस्त विश्व में विभिन्न कारणों से टूटते परिवारों और बिखरते रिश्तों के लिए पोप लियो 14वें ने गहरी चिंता व्यक्त की है क्योंकि परिवार और रिश्तों की नींव पर ही दुनिया टिकी है।
पोप लियो 14वें ने 22 अगस्त को शांति हेतु प्रार्थना और उपवास दिवस घोषित करते हुए विश्वासियों को एकजुट होने के लिए आमंत्रित किया है, तथा सशस्त्र संघर्ष से त्रस्त सभी स्थानों पर "निरस्त्र और निःशस्त्र शांति" का आह्वान किया है।
कस्तेल गांदोल्फो से वाटिकन लौटते हुए मंगलवार शाम को पोप लियो 14वें ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमें “शांति पाने के लिए सचमुच आगे बढ़ने का रास्ता खोजना होगा।”
पोप लियो 14वें ने पलेस्त्रीना धर्मप्रांत के एक गांव में स्थित कृपा की माता मरियम तीर्थस्थल की यात्रा की, तथा उस तीर्थस्थल की देखभाल करनेवाली धर्मबहनों के साथ मुलाकात की।
पियात्सा सन पियेत्रो (संत पेत्रुस प्राँगण) पत्रिका के नवीनतम अंक में, पोप लियो 14वें ने लौरा के एक पत्र का उत्तर दिया है, जिसमें उन्होंने पत्रिका के पन्नों में आस्था के साथ अपने कुछ संघर्षों को साझा किया है। पोप ने उन्हें कुँवारी मरियम पर भरोसा रखने की सलाह दी है और "कठिनाइयों को नाम से पुकारने" के लिए प्रोत्साहित किया है।
पोप लियो 14वें ने इस सप्ताह आयोजित अमाज़ोन क्षेत्र के कलीसियाई सम्मेलन की बैठक को दिए संदेश में, अमाज़ोन क्षेत्र के निवासियों के बीच स्पष्ट रूप से और अधिक उदारता के साथ येसु मसीह का प्रचार करने के महत्व की पुष्टि की है।
पोप लियो ने कस्तेल गंदोल्फो के प्रांगण में विश्वासियों और तीर्थयात्रियों के संग देवदूत प्रार्थना के पूर्व दिये गये अपने संदेश में ईश्वर के प्रति निष्ठावान बने रहने का आहृवान किया।
पेरु की राजधानी लीमा में पेरु के काथलिक कलीसियाई सामाजिक सप्ताह में भाग लेने वालों को दिए गए संदेश में, पोप लियो 14 वें ने सभी लोगों में ईश्वर की छवि देखने हेतु संतों के प्रेम को याद किया
रोम शहर के परिसर में कास्तेल गोन्दोल्फो स्थित प्रेरितिक प्रासाद से शुक्रवार को पोप लियो 14 वें ने सभी का आह्वान किया कि वे संघर्ष और हथियारों के आगे कभी न झुकें।
लोग टीका-टिप्पणी और शिकायत करने के आदी हो जाते हैं। लेकिन ईश्वर दुःख को स्वीकार करते हैं। जब वे बुराई को देखते हैं, तो बदला नहीं लेते बल्कि उन्हें दुःख होता है। इस तरह येसु पापी से घृणा नहीं बल्कि दया करते हैं।
पोप लियो ने रविवार को 4ट्वीट कर अपने रविवारीय देवदूत प्रार्थना के पूर्व दिये गये संदेश में जीवन रूपी धन का विनिमय करने का आहृवान किया। अंतर्राष्ट्रीय निर्णयकर्ताओं से संघर्षों के समाधान की ज़िम्मेदारी लेने की हार्दिक अपील की। उन्होंने आर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच नए शांति समझौते पर संतोष व्यक्त किया, साथ ही हैती में जारी हिंसा के लिए गहरा दुःख भी व्यक्त किया।
घाना काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष को भेजे गए एक टेलीग्राम में 6 अगस्त को एक सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए मंत्रियों, सरकारी अधिकारियों और नागरिकों की मृत्यु पर शोक व्यक्त कर रहे घानावासियों के प्रति पोप लियो ने संवेदना व्यक्त की।
हिरोशिमा बमबारी की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक संदेश में, पोप लियो 14वें ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से हमारे पूरे मानव परिवार के लिए स्थायी शांति के लिए अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने का आग्रह किया।