हारन की ओर भागते समय, याकूब को एक दर्शन या स्वप्न के माध्यम से ईश्वर से गहन मुठभेड़ होती है। यह क्षण एक दृढ़ विश्वास और पुष्टि बन जाता है कि ईश्वर की उपस्थिति हमेशा उसके साथ है। जवाब में, याकूब शहर का नाम लूज (जिसका अर्थ है "बादाम का पेड़") से बदलकर बेथेल रख देता है, जिसका अर्थ है "ईश्वर का घर।"