दक्षिणी इटली में जी7 शिखर सम्मेलन में, पोप फ्राँसिस ने अमेरिका, यूक्रेन, भारत, केन्या, फ्रांस, तुर्की, कनाडा और ब्राजील के नेताओं के साथ आमने-सामने द्विपक्षीय बैठकें कीं।
पोप फ्राँसिस ने विभिन्न कंपनियों और बैंकों के प्रशासकों एवं उद्यमियों का स्वागत किया। वे एक ऐसे नेटवर्क में एकत्रित हुए हैं जो लौदातो सी के सिद्धांतों को अपनाता है। बड़ी कंपनियां सरकारों, नीतियों और विकास के भाग्य को प्रभावित करती हैं। पोप ने पर्यावरण, गरीबों और युवाओं की देखभाल करने की अपील की।
जी7 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए पोप फ्राँसिस ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के खतरे और संभावनाओं, ‘तकनीकी-मानव स्थिति’, मानव बनाम एल्गोरिथम निर्णय लेने, एआई-लिखित निबंध और प्रौद्योगिकी पर राजनीतिक सहयोग की आवश्यकता पर चर्चा की।
पोप फ्रांसिस का आठवाँ विश्व गरीब दिवस संदेश विश्वासियों को याद दिलाती है कि ईश्वर हम प्रत्येक की देख रेख करते हैं, जबकि वे जो लोग सबसे जरूरतमंदों के हानि पहुंचाते हुए अपने लिए धन अर्जित करते हैं, वे उनकी नजर में गरीब हैं।
वाटिकन स्थित ख्रीस्तीयों के बीच एकता को प्रोत्साहित करने हेतु गठित परमधर्मपीठीय परिषद ने एक नया अध्ययन दस्तावेज प्रस्तुत किया है, जो सन्त पापा की भूमिका और सन्त पेत्रुस के उत्तराधिकारी की प्रेरिताई के कार्यान्वयन के संबंध में चल रही अंतर-कलीसियाई वार्ता का सर्वेक्षण करता है।
इतालवी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष बोलोन्या के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ज़ूपी एक शिष्टमण्डल के साथ गुरुवार 13 जून से 16 जून तक इसराएल एवं फिलीस्तीन की यात्रा पर हैं, जिसे जैरूसालेम में लातीनी रीति के काथलिक धर्माधिपति कार्डिनल पित्साबाल्ला ने एक साहसिक कृत्य निरूपित किया है।
मानव तस्करी से निपटना नाइजीरिया में दया की धर्मबहनों के लिए एक प्राथमिकता है, जो अक्सर पीड़ितों को सुरक्षित आश्रय प्रदान करते हैं। सिस्टर जुस्टिना सुएकिम नेल्सन तस्करी के पीड़ितों को आज़ादी तक साथ ले जाने की अपनी कहानी बताती हैं।
पुलिया में जी7 शिखर सम्मेलन की अंतिम घोषणा के केंद्र में मध्य पूर्व में शांति की अपील, कीव के लिए समर्थन, प्रवासियों का मुद्दा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता से संबंधित चुनौतियाँ हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषणा की है कि जी7 पश्चिमी अर्थव्यवस्थाओं ने युद्धग्रस्त यूक्रेन को दसियों बिलियन डॉलर की सहायता देने के लिए पाबंदी लगाये गये रूसी संपत्तियों का उपयोग करने पर सहमति व्यक्त की है। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब युद्ध के मैदानों पर लड़ाई जारी है।
कैथोलिक धर्माध्यक्षों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे सभी नागरिकों के साथ समान व्यवहार करते हुए तथा देश के संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखते हुए अपने नए कार्यकाल को “समावेशी” बनाएं।
सरकार ने कहा कि भारत प्रशासित कश्मीर में सैनिकों ने 10 जून को बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया, जिसके एक दिन पहले ही नौ हिंदू तीर्थयात्री मारे गए थे। यह हमला पिछले कई सालों में नागरिकों पर हुए सबसे घातक हमलों में से एक था।
पूर्वी धर्मविधि सिरो-मालाबार चर्च में विभाजन की स्थिति और भी गंभीर हो गई है, क्योंकि संकटग्रस्त आर्चडायोसिस में पुरोहितों और आम लोगों के प्रतिनिधियों ने वेटिकन द्वारा नियुक्त प्रशासक से उनके आर्चडायोसिस से बाहर जाने को कहा है।
ईसाई नेताओं ने भारत की नई गठबंधन सरकार से संघर्षग्रस्त मणिपुर में नेतृत्व परिवर्तन करने का आग्रह किया है, जहां पिछले साल 3 मई से जारी सांप्रदायिक हिंसा में लगभग 220 लोगों की जान चली गई है और 50,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं, जिनमें से अधिकांश आदिवासी ईसाई हैं।
पुलिस ने 11 जून को छत्तीसगढ़ में 200 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया, जब उन्होंने सरकारी कार्यालयों और वाहनों में आग लगा दी, उन पर अपने धार्मिक प्रतीक का अनादर करने का आरोप लगाया।