पोप : सुसमाचार प्रचार हेतु उत्साह को नवीकृत करें

पोप लियो ने पैराग्वे के असुनसियोन में एकत्रित लातीनी अमेरिकी धर्मशिक्षकों को अपने संदेश दिया।

पोप लियो ने पैराग्वे के असुनसियोन में एकत्रित लातीनी अमेरिकी धर्मशिक्षकों को धर्मसभा के मार्ग में अग्रसर होने हेतु प्रोत्साहन दिया।

पोप लियो ने लातीनी अमेरिकी कैटेकिस्ट सोसाइटी की 13वीं आमसभा को अपने संदेश प्रेषित करते हुए कहा कि वे नाजरेत के येसु पर व्यक्तिगत चिंतन करते हुए उन पर अपनी धर्मशिक्षा माला को क्रेन्दित करें क्योंकि वे ही हमारी धर्मशिक्षा माला के क्रेन्द-बिन्दु हैं। उन्होंने इस सभा में सहभागी हो रहे सभी प्रतिभागियों और आयोजकों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए लातीनी समाज के धर्मप्रचारकों के लिए 10 दिवसीय अध्ययन दिवस निर्धारित करने का भी आहृवान किया।

धर्मप्रचारों की सभा को अपना प्रोत्साहन देते हुए पोप लियो ने आगे कहा कि हम येसु ख्रीस्त के ज्ञान पर उन्हें दूसरों के लिए घोषित करने की अपनी चाह को नवीकृत करें, जो हमें सुसमाचार के प्रचार में पुख्ता बनाता है जिससे दूसरे अपने विश्वास में मजबूत होते हैं।

लातीनी अमेरिका में 1995 को गठित धर्मप्रचारों की सोसाइटी (स्काला) लैटिन अमेरिका के विभिन्न भागों से धर्मशिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने वाले विद्वानों और शोधकर्ताओं का एक संघ है; जो धर्मशिक्षा के माध्यम से लातीनी अमेरिका की कलीसिया में सुसमाचार प्रचार की प्रेरिताई में योगदान देने का प्रयास करती है।

इस वर्ष की संगोष्टी और अध्ययन दिवस को 7 से 11 जुलाई तक निर्धारित किया गया है जिसमें ब्राजील, इक्वाडोर, पेरू, बेलेविया, चिली, हुंडूरस, ऊरूग्वे, वेनेजुवेला कोस्टारिका, अर्जेन्टीना और मैक्सिको के प्रतिष्ठित व्यक्तित्व सभा में भाग लेंगे।

असुनसियोन में अपनी संगोष्टी के दौरान, कैटेकिस्ट संघ संत फ्रांसिस द्वारा शुरू किए गए सिनोडलिटी के मार्ग पर विचार मंथन करेगा, जिससे धर्मशिक्षकों को ईशशास्त्रीय दृष्टिकोण से दिशा निर्देशन प्राप्त हो सकें।