युद्ध से त्रस्त विश्व में विभिन्न कारणों से टूटते परिवारों और बिखरते रिश्तों के लिए पोप लियो 14वें ने गहरी चिंता व्यक्त की है क्योंकि परिवार और रिश्तों की नींव पर ही दुनिया टिकी है।
पोप फ्राँसिस ने एक स्लोवाक शहीद की धन्य घोषणा की याद करने से पहले, बुर्किना फासो और मध्य पूर्व में हिंसा की निंदा की, पर्यावरण संबंधी कार्रवाई का आग्रह किया तथा एशिया की अपनी आगामी प्रेरितिक यात्रा के लिए प्रार्थना की मांग की।
देवदूत प्रार्थना से पहले, पोप फ्राँसिस ने विश्वासियों को याद दिलाया कि ईश्वर के साथ हमारा संबंध बाहरी हाव-भाव से बढ़कर है और उन्होंने जीवन की पवित्रता, कोमलता एवं प्रेम के आंतरिक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए प्रेरित किया।
कलीसिया जब 1 सितंबर को सृष्टि की देखभाल के लिए विश्व प्रार्थना दिवस मनाती है, फेडरेशन ऑफ एशियन बिशप्स कॉन्फ्रेंस के मानव विकास कार्यालय के अध्यक्ष भारतीय धर्माध्यक्ष ऑल्विन डी सिल्वा, सृष्टि के अद्भुत उपहार के लिए ईश्वर की स्तुति के महत्व पर प्रकाश डाल रहे हैं।
परिधि पर रहने वालों के साथ निकटता से भाईचारे और मेल-मिलाप को बढ़ावा दें। कपुचिन माइनर धर्मसमाज की 86वीं महासभा के लिए 100 देशों से आये प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए, पोप फ्राँसिस ने फ्रांसिस्कन आध्यात्मिकता के तीन मूलभूत आयामों को याद किया: भाईचारा, उपलब्धता और शांति के प्रति प्रतिबद्धता।
पोप फ्राँसिस ने इतालवी इलेक्ट्रिक ट्रांसमिशन कंपनी "तेरना" के सदस्यों को संबोधित किया और स्वच्छ ऊर्जा, पारदर्शिता और नैतिक जिम्मेदारी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की, तथा आम हित और पर्यावरण के लिए उनके काम के महत्व पर जोर दिया।
वाटिकन में पोप फ्राँसिस के साक्षात्कार हेतु पधारे परमधर्मपीठीय सुसमाचार प्रचार परिषद की पूर्णकालिक सभा में भाग ले रहे सदस्यों को सम्बोधित कर सन्त पापा ने कहा कि हर कलीसियाई संस्था का दायित्व है कि वह वर्तमान विश्व की वास्तविकताओं और चुनौतियों का उपयुक्त उत्तर देने के लिये तैयार रहे।
पोप फ्राँसिस ने वाटिकन के प्रेरितिक आवास संत मर्था में संयुक्त राज्य अमेरिका के संगठित समुदायों, औद्योगिक क्षेत्र फाउंडेशन- पश्चिम/दक्षिण पश्चिम के नेताओं से मुलाकात की, जिन्होंने संगठित समुदायों के कलीसियाई नेटवर्क (आरईसीओआर) द्वारा की गई प्रगति प्रस्तुत की।
बुधवारीय आम दर्शन समारोह के अंत में, फिलिस्तीन, इज़राइल, "पीड़ित यूक्रेन", म्यांमार और उत्तरी किवु के लिए पोप की एक नई अपील: आइए, हम प्रार्थना करें "कि समुद्र और रेगिस्तान ऐसे स्थान बनें, जहाँ ईश्वर स्वतंत्रता और भाईचारे के रास्ते खोल सकें।"
पोप फ्राँसिस ने रोम में वार्षिक आम सभा के दौरान अरबी क्षेत्रों के लैटिन धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के सदस्यों को संबोधित किया, उनसे मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच "आशा को जीवित रखने" की अपील की और उनसे शांति और सुलह के अपने मिशन को जारी रखने के लिए कहा।
शब्द के देहधारण धर्मसंघ के फादर मार्टिन प्राडो के अनुसार, पापुआ न्यू गिनी में ख्रीस्तीय उत्सुकता से पोप फ्राँसिस की आगामी प्रेरितिक यात्रा की तैयारी कर रहे हैं।
पोप फ्राँसिस ने बेरुत में हुई दुखद दुर्घटना के पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की। संत पापा ने मध्य पूर्व में युद्ध को समाप्त करने और "देवदारों की भूमि" के लिए एक ऐसी भूमि के रूप में अपने आह्वान के प्रति वफादार बने रहने की अपील की, जहाँ "विभिन्न धर्म और मान्यताएँ भाईचारे में मिलती हैं।"
पोप फ्राँसिस ने इतालवी काथलिक गाइड्स और स्काउट्स एसोसिएशन (एजीईएससीआई) की बैठक में प्रतिभागियों को संदेश भेजा और स्काउट नेताओं को युवा लोगों को भाईचारे के साथ एक दूसरे की सेवा करने हेतु ख्रीस्तीय मार्ग दिखाने के लिए आमंत्रित किया।
रविवारीय देवदूत प्रार्थना के बाद पोप फ्राँसिस ने मॉस्को धर्मप्रांत से जुड़ी ऑर्थोडोक्स गिरजाघरों पर प्रतिबंध लगाने के कीव के फैसले पर अपनी आशंका व्यक्त की। उन्होंने अपील की: "किसी भी कलीसिया को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से समाप्त न किया जाए।"
पोप फ्रांसिस ने अपने रविवारीय देवदूत प्रार्थना के पूर्व दिये गये संदेश में अनंत जीवन, ईश्वर के वचनों की ओर प्रकाश डालते हुए, येसु में अनंत जीवन की पू्र्णतः मिलने की बात कही।
पोप फ्राँसिस ने इस सप्ताह आयोजित होने वाले मडागास्कर के राष्ट्रीय यूखारीस्तीय कांग्रेस को भेजे संदेश में विश्वासियों को मसीह के साथ समय बिताने के अपने प्यार को फिर से खोजने और दूसरों के लिए ईश्वर के प्यार के मिशनरी बनने के लिए आमंत्रित किया।
पोप फ्राँसिस ने सार्दिनिया के इतालवी चरवाहे बेनियामिनो ज़ुंकेड्डु के साथ निजी मुलाकात की, जिसने 1991 में तीन लोगों की हत्या के आरोप में 33 साल जेल में बिताए थे, लेकिन जनवरी में उसे बरी कर दिया गया था।
आम दर्शन समारोह के अंत में, पोप ने "पीड़ित यूक्रेन", म्यांमार, दक्षिण सूडान और उत्तरी किवु को याद करने के लिए पुनः आमंत्रित किया। संत पापा ने कहा कि फिलिस्तीन और इज़राइल को न भूलें: वहां शांति हो।"
पोप फ्राँसिस ने पिएकारी स्लैस्की में माता मरियम तीर्थस्थल पर आयोजित पारंपरिक सभा में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को संबोधित कर खुशी से गवाही देने हेतु प्रोत्साहित किया।