न्यूयॉर्क में 16 अप्रैल को आदिवासी मुद्दों पर संयुक्त राष्ट्र स्थायी मंच के 23वें सत्र को सम्बोधित वक्तव्य में, परमधर्मपीठ की ओर से संयुक्त राष्ट्र के स्थायी पर्यवेक्षक ने आदिवासियों, विशेषकर, युवाओं का समर्थन करने और उनके साथ संवाद विकसित करने के महत्व पर बात की।