पोप लियो 14वें : प्रभु ने हमें सृष्टि की देखभाल करने का कार्य सौंपा है

पोप लियो 14वें ने कास्टेल गंडोल्फो स्थित ‘लौदातो सी गाँव’ में सृष्टि की देखभाल के लिए पहला मिस्सा समारोह के अनुष्ठान किया औरइस दिन ट्वीटकर ख्रीस्तियों से आग्रह किया कि वे धरती और गरीबों की पुकार सुनें और समस्त सृष्टि में शांति और सामंजस्य स्थापित करने के हमारे मिशन को अपनाएँ।
पोप लियो 14वें ने कास्टेल गंडोल्फो में अपनी ग्रीष्मकालीन छुट्टियाँ मना रहे हैं। आज उन्होंने सृष्टि की सुरक्षा और देख-रेख हेतु तैयार की गई यूखारीस्तीय धर्मविधि की प्रार्थना का उपयोग करते हुए पहला मिस्सा बलिदान अर्पित किया।
यह मिस्सा रोम के निकट संत पापा के ग्रीष्मकालीन निवास में स्थित एक शैक्षिक केंद्र, लौदातो सी गाँव में आयोजित किया गया और इसमें केंद्र के कर्मचारियों ने भाग लिया। संत पापा ने सृष्टि की देख-रेख और सुरक्षा हेतु तैयार किये गये पूजन विधि यूख्रारीस्तीय प्रार्थना पर कार्य करने वालों सभों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि धर्मविधि जीवन को व्यक्त करती है और हम सभी लौदातो सी जीवन के केन्द्र-बिन्दु में हैं। अपने प्रवचन में पोप ने ख्रीस्तियों से आग्रह किया कि वे धरती और गरीबों की पुकार सुनें और समस्त सृष्टि में शांति और सामंजस्य स्थापित करने के हमारे मिशन को अपनाएँ।
इसी के मद्देनजर पोप ने सोशल मीडिया के एक्स पर लिखा, “प्रभु ने हमें सृष्टि की देखभाल करने और उसमें शांति एवं मेल-मिलाप लाने का कार्य सौंपा है। हम धरती और गरीबों की पुकार सुनते हैं, क्योंकि वह पुकार ईश्वर के हृदय तक पहुँच गई है। हमारा आक्रोश उनका आक्रोश है; हमारा कार्य उनका कार्य है।” #लौदातो सी