हैती के धर्माध्यक्षों ने छः धर्मबहनों की रिहाई की अपील की
हैती में पोर्ट-औ-प्रिंस महाधर्मप्रांत ने उन छह धर्मबहनों की रिहाई की अपील की है जिनका पिछले शुक्रवार को हैती की राजधानी में एक बस से अपहरण कर लिया गया था।
हैती के काथलिक धर्माध्यक्ष और पोर्ट-औ-प्रिंस महाधर्मप्रांत ने कहा कि हैती के लोग उस चीज से थक चुके हैं जिसे वे "गिरोहों द्वारा फैलाया गया आतंक का शासन" कहते हैं।
देश के धर्माध्यक्ष हैती की सरकार से नागरिकों की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। "कई मौकों पर, कलीसिया ने उनकी चुप्पी की निंदा की है, जो लोगों की पीड़ा को अनदेखा करने का रवैया है।"
इसके अलावा, धर्माध्यक्षों का कहना है कि वे अपहरण की समस्या पर स्पष्ट प्रतिक्रिया की कमी देखकर व्यथित हैं, जो दो साल से अधिक समय से चल रही है। उनका कहना है कि स्थिति ने "हैती को तेजी से अराजक संकट में डाल दिया है" और वे छह धर्मबहनों की सुरक्षित रिहाई की मांग कर रहे हैं।
धर्मबहनें संत अन्ना धर्मसमाज की सदस्य हैं, जो आठ सालों से हैती में बच्चों एवं गरीब लोगों की मदद कर रही हैं, खासकर, शिक्षण एवं समाज सेवा के माध्यम से।
उन्हें दो अन्य लोगों के साथ शुक्रवार को पोर्ट-औ-प्रिंस में एक बस से बंदूक की नोक पर अपहरण कर लिया गया था। अभी तक किसी गिरोह या सशस्त्र समूह ने अपहरण की जिम्मेदारी नहीं ली है।
निंदनीय आपराधिकता
हैती में, पोर्ट-ऑ-प्रिंस के सहायक धर्माध्यक्ष, बिशप पियरे आंद्रे डुमास ने अपहरण की निंदा की है और "इस निंदनीय आपराधिकता" को समाप्त करने का आह्वान किया है।
"यह घिनौना और बर्बर कृत्य, धर्मबहनों की गरिमा के प्रति कोई सम्मान नहीं दिखाता है जिन्होंने हमारे समाज के युवा, सबसे गरीब और कमजोर लोगों को शिक्षित करने के लिए खुद को पूरी तरह से समर्पित कर दिया है।"
पोप फ्राँसिस ने रविवार को धर्मबहनों की रिहाई की अपील करते हुए कहा कि उन्हें उनके अपहरण के बारे में पता चला और उन्हें बहुत दुःख हुआ। उन्होंने हिंसा रोकने का आग्रह किया तथा कहा कि इससे लोगों को "बहुत अधिक पीड़ा" हो रही है।
अपहरण जारी
2023 में हैती में दो हजार से अधिक लोगों का अपहरण हुआ था। जो पिछले बारह महीनों में 8% बढ़ गया है। हैती पश्चिमी गोलार्ध का सबसे गरीब देश है और इसे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से धन के साथ-साथ स्थिरता और कानून व्यवस्था की सख्त जरूरत है।