पोप ने शांति एवं युद्ध पीड़ितों के लिए प्रार्थना का आह्वान किया

कास्तेल गंदोल्फो में देवदूत प्रार्थना के अंत में, पोप लियो 14वें ने विश्वासियों से उन लोगों के लिए प्रार्थना करने की अपील की जो युद्ध के कारण पीड़ित और जरूरतमंद हैं, साथ ही उन्होंने शनिवार को बार्सिलोना में मैरिस्ट ब्रदर लिकारियन माई के संत घोषित होने की याद दिलाई, जिनकी 1900 के दशक के आरंभ में विश्वास के प्रति घृणा के कारण हत्या कर दी गई थी।
देवदूत प्रार्थना के उपरांत पोप ने विश्वासियों का अभिवादन करते हुए कहा, “मुझे यहाँ कास्तेल गंदोल्फो में आपके साथ आकर बहुत खुशी हो रही है। मैं उपस्थित नागरिक और सैन्य अधिकारियों का अभिवादन करता हूँ और आप सभी के गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए धन्यवाद देता हूँ।”
उन्होंने बार्सिलोना में नये धन्य घोषणा की याद कर कहा, “कल, बार्सिलोना में, लिकारियन माई (जिनका पहले का नाम फ्राँसिस बेंजामिन था) की धन्य घोषित की गयी, जो स्कूल्स के मैरिस्ट ब्रदर्स धर्मसंघ के मठवासी थे, जिनकी 1909 में धर्म के नाम पर घृणा के कारण हत्या कर दी गई थी।”
विपरीत परिस्थितियों में भी, उन्होंने अपने शैक्षिक और प्रेरितिक मिशन को समर्पण और साहस के साथ पूरा किया। इस शहीद की वीरतापूर्ण गवाही हम सभी के लिए, विशेषकर, युवाओं की शिक्षा के लिए काम करनेवालों की प्रेरणा बने।
तत्पश्चात् पोप ने पोलैंड से आए लिटर्जिकल अकादमी के ग्रीष्मकालीन कोर्स के प्रतिभागियों का अभिवादन किया, एवं उन पोलिश तीर्थयात्रियों की याद की जिन्होंने रविवार को चेस्तोचोवा के तीर्थस्थल की वार्षिक तीर्थयात्रा में भाग लिया।
पोप ने बेरगमो धर्मप्रांत के जुबली तीर्थयात्रियों की भी याद की तथा उनका अभिवादन करते हुए कहा, “मैं उन तीर्थयात्रियों का अभिवादन करता हूँ जो अपने धर्माध्यक्ष के साथ, पवित्र द्वार में प्रवेश करने के लिए रोम आये हैं।”
मैं पेरू के चिकलायो स्थित संत अगुस्टीन कॉलेज से तरानो के धन्य अगुस्टीन प्रेरितिक समुदाय का अभिवादन करता हूँ, जो जयंती मनाने के लिए रोम में उपस्थित हैं। मैं अल्काला डे हेनरेस धर्मप्रांत के प्रेरित संत पेत्रुस पल्ली के तीर्थयात्रियों का अभिवादन करता हूँ, जो पल्ली की स्थापना की 400वीं वर्षगांठ मना रहे हैं; उन्होंने अगुस्टीनियन धर्मबहनों का भी अभिवादन किया।
पोप ने फ्राँस से आए अकादमी म्यूज़िकल दी लीसे के बाल गायक मंडली का अभिवादन किया। उन्होंने कहा, आपकी उपस्थिति एवं गायन व संगीत के प्रति आपकी प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद। पोप ने कमांडर एवं अन्य अधिकारियों का भी अभिवादन किया और उन्हें अपने देश एवं नागरिक समाज की सेवा में अपना प्रशिक्षण जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
पोप ने गौर किया कि गर्मियों के महीनों में, बच्चों और युवाओं के लिए कई क्रिया - कलाप होते हैं, उन्होंने उन शिक्षकों और संचालकों का धन्यवाद दिया जो इस सेवा के लिए खुद को समर्पित करते हैं। इस संदर्भ में, उन्होंने गिफोनी फिल्म महोत्सव की महत्वपूर्ण पहल का उल्लेख किया, जो दुनिया भर के युवाओं को एक साथ लाता है, और इस वर्ष इसकी विषयवस्तु है "मानव बनना"।
शांति के लिए प्रार्थना करने की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा, “आइए हम शांति के लिए एवं उन सभी के लिए प्रार्थना करना न भूलें जो हिंसा या युद्ध के कारण खुद को दुःख और अभाव की स्थिति में पाते हैं।”
अंत में, पोप ने सभी को रविवार की हार्दिक शुभकामनाएँ अर्पित की।