दुनिया भर के ख्रीस्तीय धर्मगुरुओं ने पोप लियो 14वें का स्वागत किया

पोप लियो 14वें के चुनाव के बाद दुनिया भर के ख्रीस्तीय धर्मगुरुओं ने संवाद की भावना में एकता, शांति और सहयोगी गवाह के लिए साझा प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए संदेश और बयान भेजा।

पोप लियो 14वें के चुनाव पर ख्रीस्तीय जगत से खुशी, समर्थन और उम्मीद के संदेश आए हैं। एंग्लिकन, लूथरन, ऑर्थोडॉक्स और एवांजेलिकल समुदायों के धार्मिक नेताओं ने बधाई दी है और शांति, न्याय और एकता के साझा मूल्यों पर जोर देते हुए प्रार्थना की है।

एंग्लिकन समुदाय: "बिना किसी डर के दृश्यमान एकता"
एंग्लिकन समुदाय के महासचिव, रेभ. अतोनी पोगो ने एक बयान जारी करते हुए कहा, "हम बहुत खुशी के साथ संत पापा लियो 14वें के चुनाव और नियुक्ति का स्वागत करते हैं... हम अपनी प्रार्थनाएँ, उत्सव और प्रोत्साहन साझा करते हैं क्योंकि संत पापा अपना वैश्विक मंत्रालय संभाल रहे हैं।"

संवाद के माध्यम से एकता के लिए संत पापा की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए, रेव.पोगो ने कहा, "हम संवाद के माध्यम से पुल बनाने हेतु संत पापा लियो 14वें की प्रतिबद्धता और सभी वफादारों को बिना किसी डर के दृश्यमान एकता के लिए उनके आह्वान का स्वागत करते हैं।"

उन्होंने एआरसीआईसी और आईएआरसीसीयूएम जैसी विश्वव्यापी संस्थाओं के माध्यम से काथलिक कलीसिया के साथ एंग्लिकन समुदाय के सहयोग की पुष्टि की।

लूथरन वर्ल्ड फेडरेशन: "मसीह के लिए साझा साक्ष्य"
लूथरन वर्ल्ड फेडरेशन (एलडब्ल्यूएफ) की महासचिव रेव. डॉ. ऐनी बर्गहार्ट ने बधाई और प्रार्थनाएँ की:

"पवित्र आत्मा में गहरी खुशी और कृतज्ञता के साथ लूथरन वर्ल्ड फेडरेशन रोम के धर्माध्यक्ष के रूप में आपके चुनाव का स्वागत करता है।"

उन्होंने निरंतर सहयोग के लिए आशा व्यक्त की: "हम नए परमाध्यक्ष के लिए प्रार्थना करेंगे, कि रोमन काथलिक कलीसिया और लूथरन कलीसिया मिलकर जरूरतमंद लोगों की संयुक्त सेवा और मसीह के लिए साझा साक्ष्य के माध्यम से एकता की ओर बढ़ती रहें ताकि दुनिया विश्वास कर सके।"

पूर्वी ऑरथोडोक्स कलीसिया : संवाद को अपनाना
अमेरिका के ग्रीक ऑर्थोडॉक्स महाधर्माध्यक्ष एल्पिडोफोरोस ने नए पोप का "भाईचारे के सम्मान" के साथ स्वागत किया।

उन्होंने कहा, "पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका से आए पोप का पदभार ग्रहण करना वास्तव में एक मील का पत्थर है। उनका मंत्रालय... प्राधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोम की विश्वव्यापी संवाद, मेल-मिलाप और हमारे बीच सबसे कमज़ोर लोगों की देखभाल के प्रति स्थायी प्रतिबद्धता के साथ दृढ़ता से प्रतिध्वनित होता है।"

प्राधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोम ने पोप के नाम के चयन पर विचार किया: "वास्तव में, अमेरिकी मूल के एक पोप को चुना गया है, जिन्होंने लियो चौदहवें नाम को अपनाया है... संत पापा लियो 13वें  को उनकी सामाजिक शिक्षाओं के लिए जाना जाता था। हमें उम्मीद है कि लियो 14वें भी दुनिया के लिए कलीसिया के योगदान को अपनायेंगे।..."

प्राधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोम ने उद्घाटन मिस्सा समारोह में भाग लेने की इच्छा व्यक्त की: "मैं उनके पद संभालने की धर्मविधि में शामिल होने के लिए यात्रा करने का इरादा रखता हूँ और मेरा प्रस्ताव है कि हम पूर्व और पश्चिम के बीच संवाद को आगे बढ़ाएंगे।"

गाजा ऑर्थोडॉक्स समुदाय: शांति की उम्मीद
युद्धग्रस्त गाजा में, ऑर्थोडॉक्स ख्रीस्तियों ने भी उम्मीद के साथ प्रतिक्रिया दी। ग्रीक ऑर्थोडॉक्स फादर यूसुफ असद ने रॉयटर्स से कहा: "हमें विश्वास है कि नये संत पापा हमारी शांति को महत्व देंगे, जैसा कि संत पापा फ्राँसिस ने दिया था।"