"एकसाथ आगे बढ़ना", एंग्लिकन और काथलिक धर्माध्यक्षों की एकता वर्धक कार्यक्रम
22 से 29 जनवरी तक, ख्रीस्तीय एकता के लिए प्रार्थना सप्ताह के अवसर पर, 27 देशों के 50 धर्माध्यक्षों के लिए रोम और कैंटरबरी में संवाद, प्रार्थना और तीर्थयात्रा का आयोजन किया गया है। संत पापा फ्राँसिस और महाधर्माध्यक्ष वेल्बी एक सामान्य मिशन और गवाही के लिए धर्माध्यक्षों को नियुक्त करेंगे।
ख्रीस्तीय एकता के लिए प्रार्थना सप्ताह के दौरान, एंग्लिकन और रोमन काथलिक धर्माध्यक्ष 22 से 26 जनवरी तक, रोम में और 28-29 जनवरी को कैंटरबरी में आयोजित होने वाले ख्रीस्तीय एकता वर्धक चर्चा और तीर्थयात्रा के एक सप्ताह के शिखर सम्मेलन, ‘एकसाथ आगे बढ़ना’ के लिए एकत्रित हुए है।
एंग्लिकन और काथलिक धर्माध्यक्ष दुनिया भर के विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व करेंगे। 27 देशों के 50 से अधिक धर्माध्यक्ष भाग ले रहे हैं। रोम और कैंटरबरी के पवित्र स्थलों का दौरा करते हुए, धर्माध्यक्ष प्रार्थना करेंगे, मनन-चिंतन करेंगे और एक-दूसरे से सीखेंगे। शिखर सम्मेलन का लक्ष्य- दुनिया में गवाही और मिशन में एक साथ बढ़ने के तरीकों पर चर्चा करना है।
25 जनवरी को, प्रेरित संत पौलुस की कब्र पर, संत पापा फ्राँसिस और कैंटरबरी के महाधर्माध्यक्ष वेल्बी धर्माध्यक्षों को ख्रीस्तीय एकता के गवाह बनने के लिए जोड़े में भेजेंगे। यह एंग्लिकन-काथलिक संबंधों और ख्रीस्तीय एकता वर्धक संवाद की प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण, प्रतीकात्मक क्षण होगा। एकता और मिशन के लिए अंतर्राष्ट्रीय एंग्लिकन-काथोलिक आयोग आईएआरसीसीयूएम ने कार्यक्रम का आयोजन किया है। इस आयोग की स्थापना परंपराओं के बीच ख्रीस्तीय एकता वर्धक संवाद का समर्थन करने के लिए की गई है।
25 जनवरी को संत पौलुस महागिरजाघर के कार्यक्रम के अलावा, तीर्थयात्रा के रोमन चरण में, उसी दिन संत बार्तोलोमियो गिरजाघऱ में कैंटरबरी के महाधर्माध्यक्ष की अध्यक्षता में एंग्लिकन कोरल यूखारीस्तीय समारोह भी शामिल है। 23 जनवरी को, संत पेत्रुस महागिरजाघऱ का दौरा होगा, जबकि 26 तारीख को संत ग्रेगोरियो अल सेलियो गिरजाघऱ का दौरा होगा, जहां से कैंटरबरी के पहले महाधर्माध्यक्ष को संत पापा ग्रेगरी महान ने 597 में इंग्लैंड भेजा था।
कैंटरबरी में, 28 जनवरी को, धर्माध्यक्ष कैंटरबरी महागिरजाघर में कोरल यूखारीस्तीय समारोह में भाग लेंगे, जहां हांगकांग के काथलिक धर्माध्यक्ष, कार्डिनल स्टीफन चाउ उपदेश देंगे।