महाधर्माध्यक्ष गल्लाघर 6 दिवसीय यात्रा पर वियतनाम में
वाटिकन विदेश सचिव, महाधर्माध्यक्ष पॉल रिचर्ड गल्लाघर वियतनाम की राजनयिक यात्रा पर हैं, जिसमें वे प्रधानमंत्री एवं विदेशमंत्री से मुलाकात करेंगे और स्थानीय कलीसिया से भी मिलेंगे।
वाटिकन विदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष पॉल रिचार्ड गल्लाघर 9 अप्रैल को, वियतनाम की अपनी यात्रा शुरू की, जहाँ वे रविवार, 14 अप्रैल तक रहेंगे।
वाटिकन राज्य सचिवालय के एक्स एकाउंट @TerzaLoggia में महाधर्माध्यक्ष के कार्यक्रमों की सूची जारी की गई है।
कार्यक्रम में विदेशमंत्री बुई थान सोन और प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन के साथ मुलाकातें शामिल हैं। वे आंतरिक मंत्रालय में राजनयिक मुलाकातें भी करेंगे और हनोई में संत जोसेफ महागिरजाघर में एक ख्रीस्तयाग समारोह की अध्यक्षता करेंगे।महाधर्माध्यक्ष गल्लाघर की यात्रा में मेजर सेमिनरी के छात्रों से मिलने और ह्यू के "फु कैम" महागिरजाघर में एक सामूहिक प्रार्थना की अध्यक्षता करने के लिए ह्यू के चर्च प्रांत की यात्रा शामिल है।
यात्रा की घोषणा
महाधर्माध्यक्ष गल्लाघर ने स्वयं 18 जनवरी को वाटिकन प्रेरितिक आवास में वियतनाम की कम्युनिस्ट पार्टी के प्रतिनिधियों के साथ पोप फ्राँसिस की मुलाकात के दौरान वियतनाम में अपनी यात्रा का उल्लेख किया था।
एक कार्यक्रम के बाद बोलते हुए, महाधर्माध्यक्ष ने मुलाकात के लिए अपनी सराहना व्यक्त की थी और आशा प्रकट किया था कि वियतनामी काथलिक समुदाय को अन्य महत्वपूर्ण राजनयिक उपलब्धियों के साथ-साथ द्विपक्षीय संबंधों में इस प्रगति से लाभ होगा।
दिसंबर में, वियतनाम में एक परमधर्मपीठीय प्रतिनिधि और सिंगापुर में प्रेरितिक राजदूत, महाधर्माध्यक्ष मारेक ज़ालवेस्की को नियुक्त करने के लिए वाटिकन और वियतनाम एक समझौते पर पहुँचे।
समझौते पर जुलाई 2023 में राष्ट्रपति वो वान थुओंग की वाटिकन यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए, जो वियतनाम-परमधर्मपीठ संयुक्त कार्य समूह का दसवां सत्र था, जो 31 मार्च, 2023 को रोम में हुआ था।
महाधर्माध्यक्ष गल्लाघर ने इसी वर्ष वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन की देश की संभावित यात्रा का संकेत दिया है और पोप फ्राँसिस की संभावित भविष्य की प्रेरितिक यात्रा के बारे में आशा व्यक्त की है। उन्होंने वियतनाम के महत्व और "कई मामलों में आर्थिक चमत्कार" के रूप में इसकी स्थिति पर प्रकाश डाला।
वियतनामी कलीसिया को पोप फ्राँसिस का पत्र
वियतनाम और वाटिकन ने 1975 में राजनयिक संबंध तोड़ दिए थे लेकिन 1990 के बाद सकारात्मक विकास होना शुरू हुआ।
2011 में, पोप बेनेडिक्ट 16वें ने एक अनिवासी (नोन रेसिडेंट) परमधर्मपीठीय प्रतिनिधि नियुक्त किया था, और 2023 में, दोनों पक्षों ने एक निवासी (रेसिडेंट) प्रतिनिधि के लिए एक क़ानून की स्थापना की।
पोप फ्राँसिस ने सितंबर 2023 में वियतनाम की कलीसिया को एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने काथलिक विश्वासियों से "अच्छे ख्रीस्तीय और अच्छे नागरिक" के रूप में रहने का आग्रह किया था।
उन्होंने उनसे "धर्म, जाति या संस्कृति के भेदभाव के बिना" ईश्वर के प्रेम की गवाही देने का आग्रह किया था और "समन्वय को पहचानने और विविधताओं का सम्मान करने" के महत्व पर जोर दिया था।
पोप ने कहा था कि यह दृष्टिकोण, अपनी कलीसिया को जीवंत बनाने और दैनिक जीवन में सुसमाचार का प्रसार करके अच्छे ख्रीस्तीय एवं अच्छे नागरिकों के रूप में काथलिकों की पहचान का प्रतीक है।
उन्होंने कहा था कि जहाँ "धार्मिक स्वतंत्रता के अभ्यास के लिए अनुकूल स्थितियाँ" हैं, काथलिकों का साक्ष्य वियतनाम के लिए बातचीत और आशा को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।