पोप लियो: मैं डीआरसी हमले पर मारे गए ख्रीस्तियों के लिए प्रार्थना करता हूँ

कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में गिरजाघर पर हुए घातक हमले के बाद, पोप लियो 14वें ने ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने की भावुक अपील की और हिंसा एवं उत्पीड़न से पीड़ित सभी ख्रीस्तियों को आश्वस्त किया कि वे उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

"मैं कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के पूर्वी भाग में स्थित कोमांडा में 26-27 जुलाई की रात हुए क्रूर आतंकवादी हमले पर गहरा दुःख व्यक्त करता हूँ, जहाँ चालीस से ज़्यादा ख्रीस्तीय जागरण प्रार्थना सभा के दौरान गिरजाघऱ में और अपने घरों में मारे गए।" पोप लियो 14वें ने संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में बुधवार को अपने आम दर्शन समारोह के दौरान यह बात कही। यह पोप का ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद पहला आम दर्शन था। उन्होंने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के इतुरी प्रांत के कोमांडा में धन्य अनुआरित के पल्ली पर हुए घातक हमले की निंदा की।

पूर्वी कांगो के इतुरी प्रांत में रविवार को विद्रोहियों द्वारा एक काथलिक गिरजाघर में जागरण प्रार्थना सभा के दौरान श्रद्धालुओं पर गोलीबारी करने से 40 से ज़्यादा लोग मारे गए। गिरजाघऱ में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 38 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि पास के एक गाँव में कई अन्य लोग मारे गए।

आज के आम दर्शन समारोह के दौरान पोप ने कहा कि वे पीड़ितों को ईश्वर के करुणामय दया के सिपुर्द करते हैं, और आश्वस्त करते हुए कहा, "मैं घायलों और दुनिया भर के उन सभी ख्रीस्तियों के लिए प्रार्थना करता हूँ जो हिंसा और उत्पीड़न झेल रहे हैं।"

"मैं घायलों और दुनिया भर के उन सभी ख्रीस्तियों के लिए प्रार्थना करता हूँ जो हिंसा और उत्पीड़न झेल रहे हैं।"

इसी बात को ध्यान में रखते हुए, पोप ने आह्वान किया, "मैं स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय, दोनों स्तरों पर ज़िम्मेदार लोगों से आग्रह करता हूँ कि वे ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए मिलकर काम करें।"

इस हमले के बाद पोप ने अपने शोक संदेश में प्रार्थना की, "इन शहीदों का रक्त कांगो के लोगों के लिए शांति, मेल-मिलाप, भाईचारे और प्रेम का बीज बने।"

"मैं स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ज़िम्मेदार लोगों से आग्रह करता हूँ कि वे ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए मिलकर काम करें।"