वाटिकन हैती में शांति बहाल के हर प्रयास का समर्थन करता है

वाटिकन ने हैती के लोगों को कलीसिया की निकटता दोहरायी है तथा हिंसाग्रस्त राष्ट्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए अपने निरंतर समर्थन की पुष्टि की है।
अमेरिकी राज्यों के संगठन (ओएएस) ने 20 अगस्त को वाशिंगटन, डीसी में एक बैठक आयोजित की, जिसमें हैती के लिए एक रोडमैप प्रस्तुत किया गया, जो चार वर्षों से भी अधिक समय से अंतहीन गिरोह हिंसा के चक्र को झेल रहा है।
7 जुलाई, 2021 को राष्ट्रपति जोवेनेल मोइस की पोर्ट-ऑ-प्रिंस स्थित उनके आवास पर हत्या कर दी गई थी, और तब से शक्तिशाली गिरोहों ने देश में तबाही मचाई है, कई बार राजधानी के 85 प्रतिशत से अधिक हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया है।
लाखों लोग विस्थापित हुए हैं, और सिर्फ 2024 में 5,000 से अधिक लोग मारे गए हैं।
अमेरिकी राज्यों के संगठन के महासचिव अल्बर्ट रामदिन ने बुधवार को दस्तावेज पेश किये जिसका शीर्षक था, “क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समर्थन के साथ स्थिरता और शांति के लिए हैती के नेतृत्व वाले रोडमैप की ओर।”
ओएएस की वेबसाइट के अनुसार, रोडमैप हैती के नेतृत्व के साथ समन्वय में, तात्कालिक स्थिरीकरण को दीर्घकालिक संरचनात्मक सुधारों के साथ जोड़कर, हैती के समर्थन में अमरीकी राष्ट्रों को एक रास्ता दे रहा है।
अमेरिकी राज्यों के संगठन के लिए वाटिकन के स्थायी पर्यवेक्षक मोनसिन्योर जुअन अंतोनियो क्रूज सेरानो ने प्रस्तुति में बोलते हुए कहा कि परमधर्मपीठ उस कैरेबियाई देश में "गंभीर सुरक्षा और संस्थागत संकट" को हल करने के प्रयासों का स्वागत करता है।
उन्होंने कहा कि रोडमैप हैती द्वारा सामना किये जा रहे गहरे और खतरनाक परिस्थिति का जवाब खोजना चाहता है, सामाजिक-राजनीतिक और मानवीय दोनों आयामों के साथ, विशेषकर निरंतर असुरक्षा, गरीबी और सशस्त्र समूहों की हिंसा के लिए।”
मोनसिन्योर क्रूज 10 अगस्त के हैती के लोगों के लिए संत पापा लियो 14वें की अपील याद करते हैं।
पोप लियो ने कहा था, “मैं बंधकों की तत्काल रिहाई की एक जरूरी अपील दोहराता हूँ और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से ठोस समर्थन का आग्रह करता हूँ ताकि एक ऐसी सामाजिक एवं संस्थागत स्थितियाँ उत्पन्न की जा सके जो हैतीवासियों को शांति से जीने की अनुमति देंगी।”
साथ ही मोनसिन्योर क्रूज याद करते हैं कि हैती के धर्माध्यक्षों ने 23 जुलाई को एक बयान जारी की थी, जिसमें उन्होंने हैतीयन समाज के पतन के बारे में चिंता व्यक्त की थी और मानवीय गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले सभी कृत्यों की निंदा की थी।
हैती के धर्माध्यक्षों ने लिखा था, "हम समाज के विघटन और उसे सहारा देनेवाली संस्थाओं के पतन को देख रहे हैं", और कहा था कि सरकार अब "अपने लोगों के लिए सुरक्षा, न्याय, यहाँ तक कि जीवन की बुनियादी ज़रूरतें भी सुनिश्चित नहीं करती।"
ओएएस में अपने भाषण में, मोन्सिन्योर क्रूज़ ने हैती के लोगों के लिए शांति का मार्ग खोजने हेतु हर संभव तरीके से सहयोग करने की परमधर्मपीठ की इच्छा का आश्वासन दिया।
उन्होंने अंत में कहा, "परमधर्मपीठ हैती के लोगों के प्रति अपनी निकटता दोहराता है और शांति एवं स्थिरता को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए अपने निरंतर समर्थन की पुष्टि करता है।"