दक्षिणी मोजांबिक के काबो देलगादो की स्थिति गंभीर

दक्षिणी मोजांबिक के काबो देलगादो में हाल ही हुए आतंकी हमले की लहर ने पचास हजार से अधिक लोगों को विस्थापित होने हेतु बाध्य किया।

दक्षिणी मोजांबिक के काबो देलगादो में हुए हाल के आतंकी हमलों ने पूरे प्रांत में एक गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है, इन हमलों के कारण करीबन पचास हजार से अधिक लोगों को विस्थापित होने के लिए बाध्य होना पड़ा है।

देश में हुए आतंकी हमलों के कारण मोजांबिक के काबो देलगादो में विस्थापन की एक नई विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है जो इस साल के फरवरी महीने से अधिक गहरी दिखाई देती है। इस विस्थापन के कारण देश में मानवीय संकट की स्थिति और भी गहरी हो गई है।  

चिकित्सकों के अनुसार पूरे परिवारों- जिसमें बच्चे, गर्भवती महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं- को अपने घरों से भागने को बाध्य होना पड़ा है, जो सुरक्षित शिविरों में पहुंचने हेतु कई दिनों की लम्बी यात्रा कर रहे हैं। यदि लोग अपने स्थानों में बने रहते तो उन्हें जीवन का खतरा है जबकि अपने जानमाल की सुरक्षा हेतु भागना उनके लिए भोजन, सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी कई चुनौतियाँ उत्पन्न करती है।

काबो देलगादो, जो अपनी प्रकृति गैस और माणिक खदानों के लिए प्रसिद्ध है, अपने में जघन्य आक्रमण का मुख्य केन्द्र बना गया है। सन् 2017 से इस्लामिक राज्य से जुड़े इस्लामी चरमपंथियों ने पूरे प्रांत में हमले किये हैं।

उनके हमलों में करीबन पांच हजार से अधिक लोगों को मारे जाने की खबर है वहीं करीबन एक मिलियन लोगों को विस्थापन का शिकार होना पड़ा है। अल-शबाब से संबंधित आतंकवादी दल ने नागरिकों को निशाना बनाना जारी रखा है, जहाँ उनके द्वारा बच्चों का अपहरण कर उन्हें सैनिक बनाने की खबरें बढ़ रही हैं।

हिंसा जारी के कारण स्वास्थ्य सेवा के कार्य में संलग्न गतिविधियों में अड़चनें उत्पन्न हुई हैं जिसके कारण प्रभावित समुदायों को स्वास्थ्य सेवा में बाधा पहुंची है।

इस सप्ताह, मोजांबिक सुरक्षा दल (एमएसएफ) ने चिकित्सा कर्मियों और सुविधाओं की सुरक्षा हेतु अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है, तथा विस्थापित आबादी वाले क्षेत्रों में मानवीय सेवा को सक्रिया करने का आहृवान किया है।