प्रार्थना हमें दूसरों की बात सुनना सिखाती है, पोप फ्राँसिस
प्रार्थना का वर्ष, प्रभु के साथ हमारे रिश्ते को बढ़ावा देने, वास्तविक आध्यात्मिक विश्राम के क्षण प्रदान करने का वर्ष है। 11 मार्च को पोप ने ट्वीट तक सभी विश्वासियों को प्रार्थना वर्ष में अपने आत्म-केंद्रित जीवन से उपर उठने, दूसरों की बातों को सुनने और दूसरों के लिए अपने हृदय को खोलने हेतु प्रेरित किया।
पोप फ्राँसिस ने वर्ष 2024 को प्रार्थना का वर्ष घोषित किया है। यह जुबली वर्ष 2025 को योग्य रीति से मनाने हेतु तैयारी का वर्ष है। प्रार्थना का वर्ष, एक विशेष समय है जिसमें प्रार्थना के मूल्य और हमारे ख्रीस्तीय जीवन में दैनिक प्रार्थना की आवश्यकता को फिर से खोजा जाना है।
इसी के मद्देनजर पोप ने सोशल मीडिया के एक्स पर लिखा, “प्रार्थना हमारे दिलों का विस्तार करती है और हमें आत्म-केंद्रितता के पायदान से नीचे ले जाती है। प्रार्थना हमें दूसरों की बात सुनना सिखाती है और हमारे अंदर मनन-ध्यान की नीरवता जागृत करती है।” # प्रार्थना का वर्ष
विदित हो कि आज पोप फ्राँसिस के धर्मसमाजी जीवन में प्रवेश करने की वर्षगांठ है। पोप फ्राँसिस (जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो) ने 11 मार्च 1958 को येसु धर्मसंघ में प्रवेश किया, 13 दिसंबर 1969 को उनका पुरोहिताभिषेक किया गया, 22 अप्रैल 1973 को अंतिम समारोही मन्नत लेते हुए सोसाइटी ऑफ जीसस के पूर्णरुपेण सदस्य बन गये।