पापुआ न्यू गिनी के युवाओं से पोप : 'मैत्री का चयन करें'

पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरस्बी के सर जॉन गुईज़ स्टेडियम में सोमवार को पोप फ्राँसिस ने देश के लगभग 10,000 युवा प्रतिनिधियों से मुलाकात कर उनका आह्वान किया कि वे विभाजन के बजाय मैत्री और सामंजस्य का चयन करें।

अपने तैयार प्रभाषण को एक तरफ रखते हुए, पोप फ्रांसिस ने पोर्ट मोरेस्बी के सर जॉन गुइज़ स्टेडियम में एकत्र युवाओं के साथ बातचीत की। उन्होंने उनसे कहा, "पापुआ में आप लोग 800 से अधिक भाषाएँ बोलते हैं, तथापि, एक आम भाषा को साझा करते हैं, जो है, "प्रेम और सेवा" की भाषा।

समस्याएँ
पोप फ्राँसिस का अपने यहाँ स्वागत करते हुए पारंपरिक पोशाक धारण किये युवाओं के एक समूह ने रंगारंग नृत्य का प्रदर्शन किया।

इस अवसर पर किम्बे धर्मप्रान्त के धर्माध्यक्ष जॉन बोस्को ऑरम ने अपने यहाँ पधारे खास मेहमान का अभिवादन किया। उन्होंने पापुआ न्यू गिनी के युवाओं के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों पर प्रकाश डाला और कहा कि  अपने परिवारों और समाज में ईसाई मूल्यों को जीना, विकास और तरक्की के लिए सीमित अवसर मिलना तथा समाज, सरकार और यहाँ तक कि कलीसिया की अपेक्षाओं को पूरा न करने से उत्पन्न निराशाएँ युवाओं को देश छोड़कर अन्यत्र जाने पर मजबूर करती हैं।

साक्ष्य
कई युवाओं ने पोप के समक्ष अपने साक्ष्य प्रस्तुत किये। पहली गवाही काथलिक प्रोफेशनल्स एसोसिएशन की सदस्या पैट्रिशिया हैरिकनेन-कोरपोक की थी, जिन्होंने मनोरंजन उद्योग, सोशल मीडिया और तकनीकी से अत्यधिक प्रभावित समाज में काथलिक आस्था और नैतिकता को देखने की चुनौतियों के बारे में बात की थी। तदोपरान्त, रयान वुलुम ने एक टूटे हुए परिवार में अपने कठिन बचपन के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि कलीसिया उनका शरणस्थल बना। उन्होंने बताया कि पापुआ न्यू गिनी में कई युवा लोग समान चुनौतियों से जूझते हैं, उन्हें अपने माता-पिता से संवाद करने में कठिनाई होती है जो या तो अलग हो गए हैं या अनुपस्थित हैं। उन्होंने कहा कि इससे अक्सर मादक पदार्थों के सेवन और अवैध गतिविधियों में शामिल होने का ख़तरा उनपर बना रहता है।

अंतिम गवाही लीजन ऑफ मेरी की सदस्या बरनाडेट टुरमोनी की थी, जिन्होंने युवा लोगों पर पारिवारिक दुर्व्यवहार के विनाशकारी प्रभावों के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "पीड़ित लोग खुद को अप्रिय और अपमानित महसूस करते हैं, जिसके कारण वे आत्महत्या कर लेते हैं या अपने परिवारों को छोड़ देते हैं।" बर्नडेट ने पापुआ न्यू गिनी के प्राकृतिक संसाधनों के धन के बावजूद गरीबी के मुद्दे पर भी प्रकाश डाला और कहा कि निर्धनता के कारण  कई युवा स्कूल छोड़ देते हैं और नशीले पदार्थों की तस्करी, चोरी या भीख मांगने लगते हैं।

पोप फ्रांसिस ने अपनी ओर से पापुआ न्यू गिनी में समय बिताने पर अपनी खुशी व्यक्त की, जो महासागरों, पहाड़ों और उष्णकटिबंध जंगलों की भूमि है। उन्होंने कहा कि पापुआ एक युवा देश है जो युवा लोगों से भरा हुआ है और उसे "आशा की मुस्कान के साथ भविष्य का सामना करने" के लिए बुलाया गया है।  सन्त पापा ने कहा, "आपकी खुशी के लिए और जिस तरह से आपने पापुआ की सुंदरता को साझा किया है, उसके लिए धन्यवाद, जहां समुद्र आकाश से मिलता है, जहां सपने जन्म लेते हैं और चुनौतियां उत्पन्न होती हैं।"