शांति पूरे मानव परिवार की जिम्मेदारी है, पोप

पोप फ्राँसिस ने युद्ध पीड़ित लोगों के लिए प्रार्थना की, उन्होंने उन लाखों लोगों को शुभकामनाएँ दीं, जो चंद्र नव वर्ष मनाने की तैयारी कर रहे हैं। जीवन की पवित्रता को बरकरार रखने का प्रोत्साहन देते हुए मानव तस्करी के खिलाफ प्रार्थना और जागरूकता के विश्व दिवस की प्रतीक्षा कर रहे युवाओं को सम्बोधित किया।

चंद्र कैलेंडर के अनुसार नव वर्ष मनानेवाले एशिया एवं विश्व के सभी लोगों को नये साल की शुभकामनाएँ देते हुए संत पापा ने कहा, “अगले 10 फरवरी को एशिया महादेश एवं दुनिया के विभिन्न हिस्सों में लाखों परिवार चंद्र कैलेंडर के अनुसार नया साल मनायेंगे। मेरी हार्दिक शुभकामनाएँ उन तक पहुंचे, इस उम्मीद के साथ कि यह उत्सव स्नेह के रिश्तों और ध्यान देने के चिन्ह का अनुभव करने का अवसर हो, जो एक सहायक और भाईचारापूर्ण समाज बनाने में योगदान देगा, जहां हर व्यक्ति को उसकी अविभाज्य गरिमा के साथ पहचाना और स्वागत किया जाएगा।”

उन्होंने कहा, “मैं हर किसी पर प्रभु के आशीर्वाद का आह्वान करता हूँ, मैं आपको शांति के लिए प्रार्थना करने हेतु आमंत्रित करता हूँ, जिसके लिए दुनिया लंबे समय से तरस रही है और जो, आज पहले से कहीं अधिक, कई स्थानों पर खतरे में है। यह कुछ लोगों की नहीं, बल्कि पूरे मानव परिवार की जिम्मेदारी है: आइए, हम सब करुणा और साहस के भाव के साथ इसके निर्माण में सहयोग करें!”

उसके बाद पोप ने युद्ध से पीड़ित लोगों की याद की। उन्होंने कहा, “और हम युद्ध से पीड़ित लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं, खासकर, यूक्रेन, फिलिस्तीन और इज़राइल में।”

आज इटली में जीवन दिवस मनाया जा रहा है जिसकी विषयवस्तु है, “जीवन की शक्ति हमें विस्मित करती है।” पोप ने कहा, “मैं वैचारिक दृष्टिकोणों से उबरने की उम्मीद में इटली के धर्माध्यक्षों के साथ शामिल होता हूँ ताकि इस बात को फिर खोजा जा सके कि हर मानव जीवन, चाहे वह कमजोरियों से घिरा क्यों न हो, अत्यधिक मूल्य है और वह दूसरों को कुछ दे सकता है।”

युवाओं का अभिवादन करते हुए पोप ने कहा, “मैं विभिन्न देशों के उन युवाओं का अभिवादन करता हूँ जो मानव तस्करी के खिलाफ विश्व प्रार्थना और चिंतन दिवस के लिए एकत्रित हैं, जिसको 8 फरवरी को सूडान की संत जोसेफिन बकिता की स्मृति में मनाया जाएगा, जो एक युवती के रूप में गुलाम थीं। आज भी, कई भाई-बहनों को झूठे वादों से धोखा दिया जाता है और फिर शोषण और दुर्व्यवहार का शिकार होना पड़ता है। आइए हम मानव तस्करी की सब दुखद वैश्विक घटनाओं का मुकाबला करने के लिए एकजुट हों।”

पोप ने मध्य चिली में लगी विनाशकारी आग से मौत के शिकार और घायलों के लिए भी प्रार्थना की।

तत्पश्चात् उन्होंने रोम, इटली तथा विश्व के विभिन्न हिस्सों से आये सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया। उन्होंने कहा, “मैं आप सभी का स्वागत करता हूँ जो रोम से, इटली से और दुनिया के कई हिस्सों से आए हैं। मैं विशेष रूप से 60 से अधिक देशों के समर्पित पुरुषों और महिलाओं को बधाई देता हूँ, जो "शांति के पथ पर आशा के तीर्थयात्री" सभा में भाग ले रहे हैं, जिसे समर्पित जीवन और प्रेरितिक जीवन सोसायटी के लिए गठित विभाग द्वारा प्रचारित किया गया है।”

और अंत में अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगल कामनाएँ अर्पित की।