पृथ्वी की पुकार के लिए प्रार्थना
सितम्बर माह की प्रार्थना की प्रेरिताई में पोप फ्राँसिस ने पृथ्वी की पुकार के लिए प्रार्थना करने का आह्वान किया है।
आइए, हम पृथ्वी की पुकार के लिए प्रार्थना करें। अगर हम ग्रह का तापमान लें, तो यह हमें बताएगा कि पृथ्वी को बुखार है। और यह बीमार है, ठीक वैसे ही जैसे कोई भी बीमार होता है।
लेकिन क्या हम इस दर्द को सुन रहे हैं?
क्या हम पर्यावरणीय आपदाओं के लाखों पीड़ितों का दर्द सुनते हैं? इन आपदाओं के परिणामों से सबसे अधिक पीड़ित गरीब लोग हैं, जो बाढ़, गर्मी की लहरों या सूखे के कारण अपने घरों को छोड़ने के लिए मजबूर होते हैं।
जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण या जैव विविधता की हानि जैसे मानव द्वारा उत्पन्न पर्यावरणीय संकट से निपटने के लिए न केवल पारिस्थितिक, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक प्रतिक्रियाओं की भी आवश्यकता है।
हमें गरीबी के खिलाफ लड़ाई और प्रकृति की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध होना होगा तथा अपनी व्यक्तिगत और सामुदायिक आदतों में बदलाव लाना होगा।
आइए, हम प्रार्थना करें कि हममें से प्रत्येक व्यक्ति पृथ्वी तथा पर्यावरणीय आपदाओं और जलवायु परिवर्तन के पीड़ितों की पुकार को अपने हृदय से सुनें, तथा जिस विश्व में हम रहते हैं उसकी देखभाल करने के लिए व्यक्तिगत प्रतिबद्धता लें।