प्रार्थना वर्ष को अधिक अर्थपूर्ण बनाने हेतु पोप की सलाह

पोप फ्राँसिस ने साल 2024 को प्रार्थना वर्ष घोषित किया है जिसकी याद दिलाते हुए उन्होंने विश्वासियों को मिस्सा पूजा में नियमित भाग लेने एवं सुसमाचार प्रचार हेतु प्रार्थना करने का प्रोत्साहन दिया है।

पोप फ्राँसिस ने 3 फरवरी को विश्वासियों को सम्बोधित करते हुए कहा,  “जयन्ती वर्ष 2025 की तैयारी में, प्रार्थना को समर्पित साल में, मैं आप प्रत्येक को प्रोत्साहन देता हूँ कि अपने समर्पण को गहरा करें, सबसे बढ़कर मिस्सा बलिदान में भाग लेने एवं सुसमाचार प्रचार हेतु कलीसिया के मिशन के लिए प्रार्थना करने के द्वारा।”  

अपने दूसरे संदेश में संत पापा ने शांति की ओर आगे बढ़ने का रास्ता बतलाया है। पोप ने कहा, “अंतरधार्मिक वार्ता शांति की ओर और शांति के लिए एक साझा रास्ता है। यह आवश्यक एवं अपरिहार्य है। अंतरधार्मिक संवाद मानवता के लिए तत्काल आवश्यक और अतुलनीय सेवा है, जो सभी के निर्माता की प्रशंसा और महिमा करता है।”