पोप ने युद्धग्रस्त स्थलों में शांति के लिए प्रार्थना की
पोप फ्राँसिस ने ख्रीस्तियों को युद्ध और हिंसा से टूटे हुए राष्ट्रों के नवीनीकरण हेतु ख्रीस्त की शांति के लिए प्रार्थना करने का आह्वान किया।
देवदूत प्रार्थना के उपरांत पोप ने सभी विश्वासियों एवं तीर्थयात्रियों का अभिवादन किया तथा पास्का की शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा, “मैं आप सभी को पास्का की शुभकामनाएँ देता हूँ। पास्का के अवसर पर मिले संदेशों के लिए धन्यवाद देते हुए पोप ने कहा, “और मैं उन सभी लोगों को ईमानदारी से धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने विभिन्न तरीकों से मुझे सामीप्य और प्रार्थना के संदेश भेजे हैं।” पुनर्जीवित प्रभु की शांति इन लोगों, परिवारों और समुदायों तक पहुंचे।”
उसके बाद पोप ने पीड़ित और परेशान लोगों की याद करते हुए कहा, "मैं चाहूँगा कि शांति का यह उपहार वहाँ पहुंचे जहाँ इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है: युद्ध, भूखमरी, और हर प्रकार के उत्पीड़न से थकी हुई जनता तक।”
पोप ने सभी का अभिवादन करते हुए कहा, “और मैं स्नेह से रोमवासियों एवं विभिन्न देशों के तीर्थयात्रियों का अभिवादन करता हूँ।”
उन्होंने इनवेरिगो में धन्य कार्लो नोची प्रेरितिक समुदाय के सदस्यों और पुरोहितों का अभिवादन किया।
अंत में, अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को पास्का सोमवार की शुभकामनाएँ अर्पित की।