पोप की बेल्जियम यात्रा 'सुनने और मुलाकात' का क्षण होगा
बेल्जियम धर्माध्याक्षीय सम्मेलन के प्रवक्ता फादर टॉमी स्कोल्टेस ने कहा कि पोप फ्राँसिस की आगामी यात्रा उनके लिए "बातचीत करने, सुनने और प्रतिक्रिया देने" का अवसर होगा।
पोप फ्राँसिस लक्समबर्ग और बेल्जियम में चार दिवसीय प्रेरितिक यात्रा शुरू कर चुके हैं। यह यूरोप के मध्य में एक संक्षिप्त पड़ाव है, और यह पोप की हाल ही में दक्षिण-पूर्व एशिया और ओशिनिया में की गई दो-सप्ताह की यात्रा से बिल्कुल अलग है।
पोप बेल्जियम क्यों आ रहे हैं, और स्थानीय कलीसिया इस यात्रा की तैयारी कैसे कर रहा है? वाटिकन न्यूज़ ने बेल्जियम धर्माध्याक्षीय सम्मेलन के फ्रेंच भाषा के प्रवक्ता फा. टॉमी स्कोल्टेस,एसजे से बात की।