शिष्य बनने की शर्तें
मत्ती 8:18-22
अपने को भीड़ से घिरा देख कर ईसा ने समुद्र के उस पार चलने का आदेश दिया।
उसी समय एक शास्त्री आ कर ईसा से बोला, "गुरुवर! आप जहाँ कहीं भी जायेंगे, मैं आपके पीछे-पीछे चलूँगा"।
ईसा ने उस से कहा, "लोमडियों की अपनी माँदें हैं और आकाश के पक्षियों के अपने घोसलें, परन्तु मानव पुत्र के लिए सिर रखने को भी अपनी जगह नहीं है"।
शिष्यों में किसी ने उन से कहा, "प्रभु! मुझे पहले अपने पिता को दफनाने के लिए जाने दीजिए"।
परन्तु ईसा ने उस से कहा, "मेरे पीछे चले आओ; मुरदों को अपने मुरदे दफनाने दो’।