19 वीं शताब्दी के कार्डिनल कॉन्साल्वी की धरोहर
रोम के इंग्लिश कॉलेज तथा परमधर्मपीठीय ब्रिटिश दूतावास ने एक साथ मिलकर, प्रसिद्ध परमाध्यक्षीय राजनयिक, कार्डिनल एर्कोले कॉन्साल्वी के निधन की 200वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रमों की एक श्रृंखला की घोषणा की है।
सर्वप्रथम निर्धारित समारोह 24 जनवरी को कॉन्साल्वी और यूनाइटेड किंगडम शीर्षक से एक संगोष्ठी के साथ शुरु होगा। ब्रिटेन की अपनी यात्रा के दौरान कार्डिनल कॉन्साल्वी के कूटनीतिक कौशल को अक्सर देश में नागरिक अधिकारों के लिए काथलिक अभियान को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका का श्रेय दिया जाता है।
इस संगोष्ठी के बाद रोम के दमासो में सन्त लोरेन्स महागिरजाघर में एक संगीत समारोह होगा, जहां कार्डिनल कॉन्साल्वी के युग के हाल ही में खोजे गए संगीत का पहला आधुनिक प्रदर्शन किया जायेगा। संगीत समारोह बुधवार 24 जनवरी 2024 को रोम समयानुसार रात्रि आठ बजे आयोजित किया गया है जिसमें सभी आमंत्रित हैं। इसके अतिरिक्त, वाटिकन राज्य सचिवालय के अभिलेखागार से कार्डिनल कॉन्साल्वी की कुछ पांडुलिपियों को वाटिकन म्यूज़ियम में प्रदर्शन के लिए रखा जाएगा।
कार्डिनल कॉन्साल्वी के आदर में आयोजित समारोहों को एक संवाददाता सम्मेलन में प्रस्तुत करते हुए परमधर्मपीठ में राज्यों के साथ सम्बन्धों के सचिव, महाधर्माध्यक्ष पॉल रिचर्ड गालाघेर ने कहा कि कार्डिनल कॉन्साल्वी वास्तव में एक "आकर्षक व्यक्ति" थे।
उन्होंने कार्डिनल के "बातचीत के प्रति खुलेपन" की सराहना करते हुए इस तथ्य पर ज़ोर दिया कि उन्होंने "अपेक्षाकृत कम वर्षों में ही कलासिया के लिए बहुत कुछ हासिल कर लिया था।"
महाधर्माध्यक्ष गालाघेर ने यह भी कहा कि कॉन्साल्वी ने कलीसिया के परमाध्यक्ष की सेवा के लिए कई बलिदान दिए, और उन प्रत्येक परमाध्यक्ष के वैश्विक दृष्टिकोण को समझने और व्यवहार में लाने की अपनी क्षमता को रेखांकित किया, जिनके अधीन उन्होंने काम किया था।