हम ख्रीस्तियों के लिए त्याग, प्रेम और सेवा का प्रतीक है क्रूस
शनिवार, सितम्बर 14, को रांची महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने पवित्र क्रूस के पर्व के अवसर पर होली क्रॉस की दया की धर्मबहनों और विश्वासियों के लिए पवित्र मिस्सा बलिदान अर्पित कर पवित्र क्रूस के विजयोत्सव का पर्व भक्तिपूर्ण मनाया। डाल्टनगंज के धर्माध्यक्ष थियोडोर मस्कारेनहास ने धर्मप्रान्त के साथ धर्मबहनों के सहयोग की सराहना की।
पवित्र क्रूस विजय महापर्व पवित्र क्रूस की दया की धर्मबहनों के लिए विशेष दिन है। इसी अवसर पर आज रांची के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने राँची बर्दवान कम्पाउन्ड में पवित्र क्रूस की धर्मबहनों के लिए पवित्र मिस्सा बलिदान अर्पित किया। उन्होंने पवित्र क्रूस के पर्व का मर्म समझाते हुए अपने धर्मोपदेश में कहा कि: "प्रभु येसु ने क्रूस पर बलिदान दे कर क्रूस के अर्थ को सकारात्मक रूप दे दिया। इसलिए क्रूस हमारे लिए अपमान का नहीं बल्कि गौरव का चिह्न है। किंतु क्रूस का अर्थ हमें तभी वास्तव में मालूम होगा जब हमारा सदभाव एक दूसरे के साथ हो। इसी प्रेम के सदभाव के द्वारा ही त्याग का बोझ हल्का हो जाता है।"
मिस्सा के अंत में महाधर्माध्यक्ष और होली क्रॉस की सभी सभी धर्मबहनों का पल्लीवासियों ने जोरदार स्वागत किया और उनके पर्व पर बधाईयां और शुभकामनाएं दी। सांस्कृतिक समारोह में महाधर्माध्यक्ष ने विश्वासियों के सम्मुख क्रूस पर आधारित अपने मधुर संगीत प्रस्तुति द्वारा सभी का में मोह लिया। साथ ही महाधर्माध्यक्ष ने विश्वासियों को एक दूसरे के लिए प्रेम और त्याग का भाव रखने का संदेश भी दिया।
इस समारोह में रांची के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद के साथ आर्चबिशप के सेक्रेटरी फाo असीम मिंज, होली क्रॉस धर्म समाज की धर्मबहनें एवं ख्रीस्त विश्वासी शामिल हुए।
होली क्रॉस धर्मबहनों ने अपनी विनम्र शुरुआत को याद किया
पवित्र क्रूस विजय पर्व के अवसर पर डाल्टनगंज के धर्माध्यक्ष थियोदोर मस्कारेनहास एस एफ एक्स की अगुवाई में धूमधाम मिस्सा समारोह आयोजित किया गया।
होली क्रॉस धर्मबहनों ने अपनी विनम्र उत्पत्ति को याद किया और बताया कि कैसे पांच धर्मबहनें अपना मिशन शुरू करने के लिए स्विट्जरलैंड से आईं और मुंबई से रांची तक बैलगाड़ी में यात्रा की। उन्होंने यह भी याद किया कि कैसे 19वीं सदी के अंतिम वर्षों में इन शुरुआती अग्रदूतों ने गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए गरीबी, दयनीय जीवन स्थितियों और विभिन्न सांस्कृतिक परिस्थिति का सामना किया।
धर्माध्यक्ष थियोदोर ने अपने प्रवचन में याद दिलाया कि कैसे क्रूस हमें मुक्ति दिलाता है और यह कैसे त्याग, प्रेम और सेवा का प्रतीक है। उन्होंने डाल्टनगंज धर्मप्रान्त में प्रेमपुर्ण सेवा के लिए होली क्रॉस धर्मबहनों को धन्यवाद दिया और धर्मप्रान्त के साथ उनके सहयोग की सराहना की।
समारोह में फादर मौरिस टोप्पो दक्षिण विकारीट के डीन, संत जोसेफ पल्ली महुआडांड़ के पल्ली पुरोहित सुरेश किंडो एस जे और फादर अमरदीप केरकेट्टा के साथ बड़ी संख्या में धर्मबहनों और लोगों ने भाग लिया। मिस्सा के बाद एक छोटा लेकिन सुंदर सम्मान समारोह आयोजित किया गया।