मिशनरियों एवं आप्रवासियों की जयन्ती रोम में

मिशनरी जगत और प्रवासियों की जयंती के अवसर पर 4-5 अक्टूबर को 100 से अधिक देशों से हजारों तीर्थयात्री रोम आएंगे, जो पोप लियो 14वें के साथ समारोही ख्रीस्तयाग में भाग लेंगे, अंतर्राष्ट्रीय प्रार्थना सभाएँ करेंगे और लोगों के उत्सव में शामिल होंगे।

रोम दुनियाभर से हजारों तीर्थयात्रियों के स्वागत की तैयारी कर रहा है क्योंकि वह काथलिक कलीसिया के जीवन के दो महत्वपूर्ण आयोजनों की मेज़बानी करनेवाला है: मिशनरी जगत की जयंती और प्रवासियों की जयंती, जो शनिवार, 4 अक्टूबर और रविवार, 5 अक्टूबर, 2025 को एक साथ आयोजित हो रही हैं।

सुसमाचार प्रचार विभाग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ये कार्यक्रम समग्र मानव विकास को बढ़ावा देनेवाले विभाग, साथ ही प्रथम सुसमाचार प्रचार विभाग और नए स्थानीय कलीसियों के सहयोग से आयोजित किए जा रहे हैं।

मिशनरी जगत की जयंती के लिए वैश्विक मिलन
मिशनरी जगत की जयंती लगभग 100 देशों के तीर्थयात्रियों को एक साथ लाएगी, जिसमें लोकधर्मी और धर्मसंघी मिशनरी, मिशन क्षेत्रों में प्रेरितिक कार्यकर्ता, फिदेई दोनम पुरोहित और मिशनरी संगठनों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। जुबली में भाग लेने के लिए इटली, संयुक्त राज्य अमेरिका, स्पेन, पोलैंड, स्विट्जरलैंड, फ्रांस, अर्जेंटीना, ब्राजील, मैक्सिको, कोलंबिया, फिलीपींस, भारत और कनाडा सहित कई देशों से प्रतिनिधिमंडल आएंगे, तथा जाम्बिया, लेसोथो, चीन, कोस्टा रिका, मेडागास्कर और मॉरीशस से भी अतिरिक्त प्रतिभागी आएंगे।

यह आयोजन आधिकारिक तौर पर शनिवार, 4 अक्टूबर की सुबह 10:00 बजे संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में पोप लियो 14वें की अध्यक्षता में एक विशेष जयंती सभा के साथ शुरू होगा। जयंती समारोह में भाग लेनेवाले सभी तीर्थयात्रियों को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।

बाद में, दोपहर 2 से 5 बजे के बीच, तीर्थयात्री संत पेत्रुस महागिरजाघर के पवित्र द्वार से एक प्रतीकात्मक तीर्थयात्रा करेंगे, जो जयंती समारोहों का एक केंद्रीय अनुष्ठान होगा। इसके बाद, शाम 5:00 बजे से 6:45 बजे तक पोंटिफिकल अर्बन यूनिवर्सिटी में अंतर्राष्ट्रीय मिशनरी मुलाकात होगी। "आज मिशनरी: नए क्षितिज की ओर" विषय पर आयोजित इस मिलन का समन्वयन सुसमाचार प्रचार विभाग और पोंटिफिकल मिशन सोसाइटीज़ द्वारा किया जाएगा।

शाम को, सभी तीर्थयात्री वाटिकन के विभिन्न गिरजाघरों में विभिन्न भाषाओं में मिशनरी जागरण प्रार्थना सभाओं में भाग लेने के लिए एकत्रित होंगे: सांता मरिया डेल्ले फोर्नाची में अंग्रेज़ी; पिशिबुस के सन लोरेंत्सो में फ़्रांसीसी; पोंटिफिकल अर्बन कॉलेज के मुख्य चैपल में स्पेनिश; और अंतर्राष्ट्रीय मिशनरी एनिमेशन केंद्र में पुर्तगाली, जर्मन और चीनी।

त्रासपोंतीना के संत मरिया में शाम 7 बजे और कासा "दोनो दी मारिया" के चैपल में शाम 7:30 बजे इतालवी भाषा में प्रार्थना सभाएँ आयोजित की जाएँगी।

अंतर्राष्ट्रीय मिशनरी रोजरी
पहले दिन का समापन संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में रात 9:00 बजे एक अंतर्राष्ट्रीय मिशनरी रोजरी के साथ होगा, जहाँ सभी को साझा प्रार्थना और आध्यात्मिक चिंतन के लिए एकत्रित होने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

रविवार, 5 अक्टूबर को, तीर्थयात्री सुबह 10:30 बजे पोप लियो 14वें के नेतृत्व में संत पेत्रुस महागिरजाघर में पवित्र मिस्सा में भाग लेंगे।

इस दिन दोपहर 3 से 7 बजे तक, 'पीपुल्स फेस्टिवल' उत्सव जारी रहेगा, जो कास्तेल संत अंजेलो के उद्यान में एक सार्वजनिक सांस्कृतिक कार्यक्रम है, जिसका शीर्षक है "राष्ट्रों के बीच प्रवासी और आशा के मिशनरी।"

इस उत्सव में विभिन्न वैश्विक समुदायों के प्रदर्शन, साक्ष्य और कलात्मक अभिव्यक्तियाँ प्रस्तुत की जाएँगी। विशेष अतिथियों में कार्डिनल लुइस अंतोनियो तागले, सुसमाचार प्रचार विभाग के प्रो-प्रीफेक्ट, और मिशनरी कार्य में लगे अन्य वरिष्ठ चर्च पदाधिकारी शामिल होंगे।

प्रवासी जयंती
मिशनरी जयंती के साथ-साथ, प्रवासी जयंती में 95 देशों के लगभग 10,000 तीर्थयात्रियों का भी स्वागत किया जाएगा।

यह उत्सव सभी प्रवासियों को समर्पित है, जिसमें इटली, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, स्विट्ज़रलैंड, बेल्जियम, स्पेन, फिलीपींस, जर्मनी, पुर्तगाल, भारत, मेक्सिको, ब्राज़ील, कोलंबिया, वेनेज़ुएला, अल साल्वाडोर, बांग्लादेश, नाइजीरिया, अल्बानिया, रोमानिया, मेडागास्कर, इरिट्रिया, टोगो, केप वर्डे और मॉरीशस जैसे देशों से प्रतिभागी आ रहे हैं।

मिशनरी जयंती की तरह, प्रवासी जयंती भी शनिवार सुबह पोप लियो 14वें के साथ जयंती आमदर्शन समारोह से शुरू होगी, जिसके बाद दोपहर में पवित्र द्वार की तीर्थयात्रा होगी।

रविवार सुबह संत पेत्रुस महागिरजाघर में पावन ख्रीस्तयाग के माध्यम से दोनों समुदायों एक साथ आयेंगे, जिसके बाद प्रवासी और मिशनरी दोपहर में लोगों के उत्सव के लिए फिर से एकत्रित होंगे। यह एक ऐसा कार्यक्रम है जिसे समग्र मानव विकास को बढ़ावा देनेवाले विभाग और सुसमाचार प्रचार विभाग द्वारा प्रवासियों, शरणार्थियों और मिशन क्षेत्रों की सेवा करनेवाले कई काथलिक संगठनों के सहयोग से बढ़ावा दिया जा रहा है।

जनजातीय उत्सव
जनजातीय उत्सव संगीत, कहानी-वाचन और सांस्कृतिक उत्सव से भरपूर एक जीवंत और समावेशी दोपहर का वादा करता है। इसमें रोम का लैटिन भारतीय समुदाय, फिलिपिनो समुदाय का युवा समूह, कोरिया का सोरिरंग समूह, रोम का अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी विद्यालय और पेरू लोक सांस्कृतिक संघ आदि प्रमुख प्रतिभागी शामिल होंगे। यह उत्सव आतिथ्य, बहुसंस्कृतिवाद और विविधता में एकता के प्रति चर्च की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

इस कार्यक्रम में प्रवेश, जो निःशुल्क और जनता के लिए खुला है, दोपहर 3 से 7 बजे तक उपलब्ध है। प्रवेश दोपहर 2:30 बजे शुरू होगा।