हेलमेट नहीं है बोझ

दोपहिया वाहन पर हेलमेट पहनना कितना जरुरी है, ये सब बातें हम भली भांति जानते है। थोड़ी सी जागरूकता से दुर्घटना पर विराम लग सकता है। सड़क दुर्घटना में होने वाली 78% मौतों का मुख्य कारण हेलमेट ना पहनना है। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए हम सभी का यह कर्तव्य बनता है कि हम सभी यातायात के सभी नियमों का पालन करें। जिसमें हेलमेट पहनने की अनिवार्यता भी शामिल हो। ना केवल दोपहिया वाहन चलाने वाले को बल्कि पीछे बैठने वाले को भी हेलमेट आवश्यक रूप से पहनना चाहिए। हमें लोगों को हेलमेट पहनने के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है क्योंकि हेलमेट हमारी सुरक्षा के लिए ना की हमारे लिए एक बोझ है। हेलमेट पहनकर लोग असमय दुर्घटना और मृत्यु का शिकार होने से बच सकते है।

जन सामान्य को यह बात समझनी होगी की हेलमेट बोझ नहीं बल्कि एक सुरक्षा कवच है। जो हमें असमय दुर्घटना से बचाता है। हेलमेट की आवश्यता के प्रति जागरूक फ़ैलाकर हम लोगों को हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित कर सकते है। लोगों को सरकार पर निर्भर होने के बजाय स्वयं से जागरूक होने की आवश्यता है कि हेलमेट उनकी एवं उनके परिवार की सुरक्षा के लिए है। एक हेलमेट आपको एवं आपके परिवार की खुशियों को ख़त्म होने से बचा सकता है। बस एक बात याद रखें – “हेलमेट नहीं है बोझ।”

 

प्रवीण परमार