तीन ईश शास्त्रीय गुण ईश्वर के महान उपहार हैं, पोप फ्राँसिस

पोप फ्राँसिस ने बुधवारीय आम दर्शन समारोह के दौरान अपनी धर्मशिक्षा माला में तीन ईश शास्त्रीय गुण विश्वास भरोसा और प्रेम में से पहला विश्वास सद्गुण पर ध्यान केंद्रित किया। पोप ने सभी विश्वासियों से युद्धरत देशों और बाढ़ प्रभावित देश केन्या के लिए भी प्रार्थना करने को कहा।

पोप ने तीन ईश शास्त्रीय गुणों की महत्ता को दर्शाते हुए कहा कि तीन ईश शास्त्रीय गुणों के बिना, "हमारे पास ऐसी आंखें नहीं होतीं जो अंधेरे में भी देख सकें, हमारे पास ऐसा दिल नहीं होता जो प्यार न किये जाने पर भी प्यार करता हो, हमारे पास ऐसी आशा नहीं होती जो सभी आशाओं के सामने टिकती हो। साथ ही संत पापा ने युद्धरत देशों और प्राकृतिक आपदा बाढ़ से पीड़ित केन्या वासियों के प्रति अपनी निकटता प्रकट की और सभी से प्रार्थना करने हेतु प्रेरित किया। इसी के मद्दे नजर संत पापा ने सोशल मीडिया के प्लेटफार्म एक्स पर तीन संदेश लिखा।

पहला ट्वीट : “आज हम श्रमिक संत जोसेफ को याद करते हैं। आइए, हम प्रभु से हमारे विश्वास को नवीनीकृत करने और बढ़ाने के लिए कहें, ताकि हमारा हर कार्य उनमें शुरू हो और उनमें पूरा हो सके।”

दूसरा ट्वीट : “मैं इस समय आध्यात्मिक रूप से केन्या के लोगों के करीब हूँ, जब भीषण बाढ़ ने कई लोगों की जान ले ली है और विशाल क्षेत्र नष्ट हो गया है। आइए, हम उन सभी लोगों के लिए मिलकर प्रार्थना करें जो इस प्राकृतिक आपदा के प्रभाव से पीड़ित हैं।”

तीसरा ट्वीट : “तीन ईश शास्त्रीय गुण ईश्वर के महान उपहार हैं। उनके बिना, हम विवेकपूर्ण, न्यायप्रिय, मजबूत और संयमी हो सकते हैं, लेकिन हमारे पास ऐसा दिल नहीं होगा जो प्यार न किये जाने पर भी प्यार करता हो, न ही हमारे पास ऐसी आशा होगी जो सभी आशाओं के विपरीत साहस रखती हो।”