"जाओ और सभी को भोज में आमंत्रित करो", सन्त मत्ती रचित सुसमाचार के 22 वें अध्याय के नवें पद में निहित इन शब्दों से विश्व मिशनरी दिवस के लिये जारी अपने सन्देश का शुभारम्भ कर पोप फ्राँसिस ने कहा कि इस विषय का चयन उन्होंने इसलिये किया कि क्योंकि इसमें सुसमाचार के कई महत्वपूर्ण आयाम निहित हैं।