होलोकॉस्ट स्मरण दिवस के पूर्व, युद्ध समाप्त करने की पोप की अपील

बुधवारीय आमदर्शन समारोह में, पोप फ्रांसिस ने अंतर्राष्ट्रीय होलोकॉस्ट स्मरण दिवस के पूर्व, युद्धों को समाप्त करने की अपील की तथा यूक्रेन और गज़ा में नागरिकों पर बमबारी की निंदा की।

"अगले शनिवार, 27 जनवरी को अंतर्राष्ट्रीय होलोकॉस्ट स्मरण दिवस है।” जब ऑशविट्ज़-बिरकेनौ में नाजी नजरबंद शिविर की मुक्ति की याद की जाती है। लाखों यहूदियों और अन्य धर्मों के लोगों के उस भयानक विनाश की याद और निंदा का दिन, जो पिछली सदी के पूर्वार्ध में हुआ था, हर किसी को यह न भूलने में मदद करे कि नफरत और हिंसा के तर्क को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता, क्योंकि यह हमारी मानवता का तिरस्कार है।" इन्हीं शब्दों के साथ संत पापा फ्रांसिस ने वाटिकन के संत पौल षष्ठम सभागार में आमदर्शन समारोह के अंत में याद की कि अंतर्राष्ट्रीय होलोकॉस्ट स्मरण दिवस पहुँच रहा है जिसमें हर साल सबसे बड़े नाज़ी नजरबंद और मृत्यु शिविर - ऑशविट्ज़-बिरकेनौ की मुक्ति की याद की जाती है।

पोप ने शांति की अपील करते हुए कहा, “युद्ध अपने आप में मानवता का तिरस्कार है। आइये, हम शांति के लिए, संघर्ष के अंत, हथियारों को रोकने और परेशान लोगों के राहत के लिए प्रार्थना करने से न थकें।   

पोप ने कहा कि वे विशेष रूप से मध्य पूर्व, फिलिस्तीन और इज़राइल तथा यूक्रेन के लोगों की याद कर रहे हैं, जबकि उन्होंने "सार्वजनिक स्थलों पर बमबारी" की "परेशान करनेवाली" खबरों की निंदा की, जिसपर उन्होंने जोर देकर कहा कि  वे "मृत्यु, विनाश और पीड़ा बोते हैं।"

पोप ने खेद प्रकट करते हुए कहा कि इसके द्वारा केवल हथियार फैक्टरी को फायदा होता है।

अंत में उन्होंने कहा, “मैं मौत के शिकार लोगों और उनके प्रियजनों के लिए प्रार्थना करता हूँ तथा सभी लोगों खासकर, जो राजनीतिक अधिकारी हैं उनसे अपील करता हूँ कि वे युद्ध का अंत कर मानव जीवन की रक्षा करें।“आइये हम न भूले : युद्ध हमेशा एक पराजय है।”