विश्व माता पिता दिवस पर पोप का संदेश
पोप फ्राँसिस ने विश्व माता-पिता दिवस पर विश्वभर के माता-पिता की याद करते हुए उन्हें प्रोत्साहन दिया है कि वे अपने मिशन को पूरा करें। 1 जून को विश्व माता-पिता दिवस मनाया जाता है।
पोप ने 1 जून को एक्स पर लिखा, “माता-पिता के लिए ईश्वर की कार्यशैली पर चिंतन करना कितना महत्वपूर्ण हैं।”
उन्होंने युवा दम्पतियों को सम्बोधित करते हुए कहा, “ईश्वर युवाओं को प्यार करते हैं, लेकिन उनके लिए जोखिम, चुनौतियों या पीड़ा को नहीं छिपाते। वे युवाओं पर भरोसा करते हैं और हरेक जन को उनके मिशन को जीने एवं पूरा करने के लिए बुलाते हैं।”
1980 के दशक से, परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका अंतरराष्ट्रीय समुदाय के ध्यान में तेजी से आई है। महासभा ने कई प्रस्तावों को अपनाया और अंतर्राष्ट्रीय परिवार वर्ष एवं अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस की घोषणा की।
बच्चों के पालन-पोषण में माता-पिता की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए, माता-पिता का विश्व दिवस यह मानता है कि बच्चों के पालन-पोषण और सुरक्षा की प्राथमिक जिम्मेदारी परिवार की है। अपने व्यक्तित्व के पूर्ण और सामंजस्यपूर्ण विकास के लिए, बच्चों को पारिवारिक माहौल में और खुशी, प्यार और समझ के माहौल में बड़ा होना चाहिए।
वर्ष 2012 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा घोषित वैश्विक माता-पिता दिवस सभी अभिभावकों को "बच्चों के प्रति उनकी निःस्वार्थ प्रतिबद्धता तथा इस रिश्ते को पोषित करने के लिए उनके आजीवन त्याग" के लिए सराहना करने का अवसर प्रदान करता है।
परिवार, माता-पिता और देखभाल, बच्चे के विकास में केंद्रीय भूमिका निभाते हैं। वे बच्चों और किशोरों को पहचान, प्यार, देखभाल, प्रावधान और सुरक्षा के साथ-साथ आर्थिक सुरक्षा और स्थिरता प्रदान करते हैं। बाल अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र की भावना को ध्यान में रखते हुए, परिवार और पालन-पोषण सहायता को राष्ट्रीय सामाजिक नीतियों और सामाजिक निवेश पैकेजों के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में तेजी से पहचाना जा रहा है जिसका उद्देश्य गरीबी एवं असमानता को कम करना और सकारात्मक माता-पिता एवं बच्चे की भलाई को बढ़ावा देना है।