मार्च महीने की प्रार्थना की प्रेरिताई आधुनिक शहीदों के लिए
पोप फ्राँसिस ने मार्च महीने के लिए अपनी विश्वव्यापी प्रार्थना की प्रेरिताई में शहीदों की सराहना करते हुए, अत्याचार से पीड़ित ख्रीस्तीयों के लिए प्रार्थना करने का आह्वान किया है।
पोप ने अपने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर मंगलवार को लिखा, “आइये, हम एक साथ उन लोगों के लिए प्रार्थना करें, जो सुसमाचार के कारण अपना जीवन दाँव पर लगाते हैं, ताकि वे कलीसिया को अपने साहस एवं मिशनरी भावना से प्रेरित कर सकें।”
पोप का वीडियो संदेश
“इस महीना, मैं आप लोगों को एक कहानी सुनाना चाहता हूँ, जो आज की कलीसिया का प्रतिबिम्ब है। यह विश्वास के अल्पज्ञात साक्ष्य की कहानी है।
लेसबोस में एक शरणार्थी शिविर का दौरा करते समय, एक व्यक्ति ने मुझसे कहा, संत पापा, मैं एक मुस्लिम हूँ। मेरी पत्नी ख्रीस्तीय थी। आतंकवादी हमारे पास आये, हमें देखा और हमसे पूछा कि हमारा धर्म क्या है। वे एक क्रूस लेकर मेरी पत्नी के पास आये और उससे कहा कि इसे ज़मीन पर फेंक दो। उसने ऐसा नहीं किया और उन्होंने मेरे सामने उसका गला काट दिया।” ऐसा हो गया।
मैं जानता हूँ कि उसे कोई शिकायत नहीं थी। उसका ध्यान अपनी पत्नी के प्रेम के उदाहरण पर केंद्रित था, ख्रीस्त के प्रति प्रेम जिसने उसे स्वीकार करने और मृत्यु तक वफादार रहने के लिए प्रेरित किया।
भाइयो, बहनो, हमारे बीच शहीद हमेशा रहेंगे। यह एक संकेत है कि हम सही रास्ते पर हैं। एक जानकार व्यक्ति ने मुझे बताया कि ख्रीस्तीय धर्म की शुरुआत की तुलना में आज अधिक शहीद हैं। शहीदों का साहस, शहीदों की गवाही, सबके लिए वरदान है।”
आइये, हम प्रार्थना करें कि जो लोग अपना जीवन सुसमाचार के खातिर जोखिम उठाते हैं, दुनिया के विभिन्न हिस्सों में वे कलीसिया को अपने साहस और मिशनरी प्रेरणा से भर दें, और हम शहादत की कृपा के लिए खुला रह सकें।