पोप : प्रभु नेताओं को रूकने और मध्यस्त करने की शक्ति प्रदान करें

पोप फ्राँसिस ने यूक्रेन, फिलिस्तीन और इज़राइल में चल रहे युद्धों के समाधान के लिए बातचीत करने की अपील दोहराई।

स्वर्ग की रानी प्रार्थना के दौरान विश्वासियों को सम्बोधित करते हुए, पोप फ्राँसिस ने विभिन्न घटनाओं की याद की एवं पीड़ित लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।

पोप ने कहा, “मैं उन लोगों को याद करना चाहूँगा जो कुछ दिन पहले दक्षिण अफ़्रीका में सड़क से नीचे गिरे बस दुर्घटना में मारे गए। हम उनके और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करते हैं।”

खेल दिवस की याद करते हुए पोप ने कहा, “कल विकास और शांति के लिए अंतर्राष्ट्रीय खेल दिवस था। हम सभी जानते हैं कि किसी खेल का अभ्यास एक खुली, सहायक और पूर्वाग्रह-मुक्त सामाजिकता की ओर कितना शिक्षित कर सकता है। लेकिन इसके लिए हमें ऐसे प्रबंधकों और प्रशिक्षकों की आवश्यकता है जिनका लक्ष्य केवल जीत या लाभ न हो। आइए, एक ऐसे खेल को बढ़ावा दें जो सामाजिक मित्रता और भाईचारे को बढ़ावा देता है!”

युद्धग्रस्त देशों के लिए प्रार्थना जारी रखने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा, शांति, न्यायसंगत और स्थायी शांति, विशेष रूप से पीड़ित यूक्रेन और फिलिस्तीन और इज़राइल के लिए हमारी प्रार्थना विफल न हो। पुनर्जीवित प्रभु की आत्मा उन लोगों को प्रबुद्ध और समर्थन दे जो तनाव कम करने के लिए काम करते हैं और बातचीत को संभव बनानेवाले संकेतों को प्रोत्साहित करते हैं। प्रभु नेताओं को बातचीत करने, समझौता करने के लिए कुछ देर रुकने की क्षमता दें।”

तत्पश्चात् पोप ने रोम तथा विश्व के विभिन्न हिस्सों से आये सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया।

पोप ने दिव्य करूणा के प्रार्थना दल का अभिवादन करते हुए कहा, “मैं दिव्य करूणा की आध्यात्मिकता को विकसित करनेवाले प्रार्थना समूहों का हार्दिक अवादन करता हूँ, जो आज ससिया के पवित्र आत्मा गिरजाघर के तीर्थस्थल में एकत्रित हैं।”

और अंत में अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित की।