पोप ने मध्य पूर्व में संघर्ष पर बातचीत के लिए प्रार्थना की
पोप फ्राँसिस ने फिलिस्तीन, इज़राइल और यूक्रेन में शांति के लिए हार्दिक अपील की, संघर्ष पर बातचीत करने का आग्रह किया और प्रभावित लोगों की पीड़ा को याद किया।
पोप ने कहा, “मैं मध्य पूर्व की स्थिति पर चिंता कर रहा हूँ और उसपर दुःख के साथ नज़र रख रहा हूँ। मैं दावों और युद्ध के तर्क के आगे न झुकने की अपील दोहराता हूँ; इसके बजाय, बातचीत और कूटनीति का रास्ता अपनाएँ, जो बहुत कुछ कर सकता है। मैं फिलिस्तीन और इजराइल में शांति के लिए हर दिन प्रार्थना करता हूँ और मुझे उम्मीद है कि वे दोनों लोग जल्द ही पीड़ा बंद कर देंगे। और आइए पीड़ित यूक्रेन को न भूलें, उस पीड़ित यूक्रेन को जो युद्ध से बहुत अधिक पीड़ित है।”
आज बुलाहट के लिए प्रार्थना का विश्व दिवस मनाया जाता है जिसकी विषयवस्तु है, “हम आशा के बीज बोने और शांति स्थापित करने के लिए बुलाये गये हैं।" यह कलीसिया को एक ऐसा समुदाय फिर बनाने का एक सुंदर अवसर है जो सुसमाचार की सेवा में करिश्मे और बुलाहट की बहुरूपता की विशेषता रखता है। संत पापा ने रोम धर्मप्रांत के नये पुरोहितों को बधाई देते हुए कहा, “मैं रोम धर्मप्रांत के नए पुरोहितों को हार्दिक बधाई देता हूँ, जिन्हें कल दोपहर संत पेत्रुस महागिरजाघर में पुरोहिताभिषेक प्रदान किया गया। आइए, हम उनके लिए प्रार्थना करें!”
पोप ने आइवरी कोस्ट में एक युवा मिशनरी, फादर मात्तेओ पेत्तीनरी की एक दुर्घटना में मौत पर दुःख प्रकट किया जिन्होंने उदार सेवा का एक महान प्रमाण छोड़ा है। संत पापा ने कहा, “हम उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।”
तत्पश्चात् पोप ने रोम, इटली एवं विश्व के विभिन्न हिस्सों से प्राँगण में एकत्रित तीर्थयात्रियों तथा विभिन्न संचार माध्यमों के द्वारा जुड़े सभी भाई-बहनों का अभिवादन किया।
और अंत में अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित कीं।