पोप ने एशिया और ओशिनिया की प्रेरित यात्रा के लिए माता मरिया को धन्यवाद दिया
पोप फ्राँसिस अपनी 12 दिवसीय इंडोनेशिया, पापुआ न्यू गिनी, तिमोर-लेस्ते और सिंगापुर की प्रेरित यात्रा समाप्त कर रोम लौटने पर संत मारिया मेजर महागिरजाघऱ गये और यात्रा के दौरान धन्य कुंवारी माँ मरिया को उनकी सुरक्षा के लिए धन्यवाद दिया।
शुक्रवार को सिंगापुर से लौट रहा विमान - 9,500 किमी की दूरी साढ़े 12 घंटे में तय करके - शाम 6.46 बजे रोम के फ्युमिचिनो हवाई अड्डे पर उतरा और तुरंत, हमेशा की तरह, रोम के फ्युमिचिनो हवाई अड्डे से वाटिकन लौटते समय, पोप फ्राँसिस संत मरिया मेजर महागिरजाघऱ गये। वाटिकन प्रेस कार्यालय के अनुसार, संत पापा ने मारिया सालुस पोपुली रोमानी (मरिया रोम वासियों की संरक्षिका) के प्राचीन आइकन के चरणों में मौनप्रार्थना में कुछ पल बिताया।
उन्होंने ग्रेगोरियन चैपल में वेदी पर फूलों का एक गुलदस्ता रखा, एशिया और ओशिनिया की अपनी 12 दिवसीय प्रेरित यात्रा के दौरान उनकी ममतामयी सुरक्षा के लिए अपना आभार व्यक्त किया।
फिर पोप फ्राँसिस अपनी कार से वाटिकन कासा सांता मार्था अपने निवास स्थान आ गये।
पोप ने इंडोनेशिया, पापुआ न्यू गिनी, तिमोर-लेस्ते और सिंगापुर का दौरा किया। यह उनके परमाध्यक्षीय काल की सबसे लंबी यात्रा बन गई।