पोप की शांति हेतु अपील, युद्धग्रस्त क्षेत्रों के बच्चों की सुरक्षा का आह्वान
देवदूत प्रार्थना के उपरांत सम्बोधित करते हुए पोप फ्राँसिस ने विश्वभर में शांति के लिए अपनी अपील दोहराई तथा संघर्षवाले क्षेत्रों, विशेषकर कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के पूर्वी प्रांतों में बच्चों की सुरक्षा का आह्वान किया।
सोमवार को वाटिकन में बच्चों के अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसका शीर्षक है "उन्हें प्यार करो और उनकी रक्षा करो", पोप ने सम्मेलन के प्रति उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “मुझे इसका प्रचार करने का सौभाग्य मिला है और जिसमें मैं भाग लूँगा। यह छोटे बच्चों के जीवन से जुड़े सबसे महत्वपूर्ण सवालों को दुनिया के ध्यान के केंद्र में लाने का एक अनूठा अवसर है। मैं आपको इसकी सफलता के लिए प्रार्थना में शामिल होने हेतु आमंत्रित करता हूँ।”
और मानव जीवन के प्राथमिक मूल्य के संबंध में, पोप ने कहा, “मैं युद्ध के लिए "नहीं" दोहराता हूँ, जो नष्ट कर देता है; युद्ध सब कुछ नष्ट कर देता है, यह जीवन को नष्ट करता है और हमें इसे अनदेखा करने के लिए प्रेरित करता है। और हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि युद्ध हमेशा हार का कारण बनता है।”
ख्रीस्तीय सरकारों से पोप की अपील
पोप ने सरकारों से खासकर, ख्रीस्तीय सरकारों से अपील करते हुए कहा, “इस जयंती वर्ष में, मैं अपनी अपील को दोहराता हूँ, विशेषकर ख्रीस्तीय सरकारों से, कि वे सभी चल रहे संघर्षों को समाप्त करने के लिए बातचीत हेतु पूरा प्रयास करें।” तत्पश्चात् विश्वासियों को शांति हेतु प्रार्थना करने का आह्वान करते हुए कहा, आइए, हम पीड़ित यूक्रेन, फिलिस्तीन, इस्राएल, लेबनान, म्यांमार, सूडान और उत्तरी किवु में शांति के लिए प्रार्थना करें।”
जीवन दिवस में पोप का प्रोत्साहन
आज इटली में जीवन दिवस मनाया जा रहा है, जिसकी विषयवस्तु है, "जीवन का संचार, विश्व के लिए आशा।" पोप ने परिवारों में बच्चों के स्वागत को प्रोत्साहन देते हुए कहा, “मैं इतालवी धर्माध्यक्षों के साथ मिलकर उन परिवारों के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ जो जीवन के उपहार का उत्सुकता से स्वागत करते हैं और युवा दम्पतियों को प्रोत्साहित करता हूँ कि वे बच्चों को दुनिया में लाने से न डरें।” उन्होंने पचास वर्षों पुराने इतालवी जीवन आंदोलन के सदस्यों का अभिवादन किया।
भारत के ख्रीस्तीय को पोप का अभिवादन
उसके बाद पोप ने विश्व के विभिन्न हिस्सों से आये सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया। उन्होंने कई अन्य देशों के साथ भारत के विश्वासियों का विशेष रूप से अभिवादन किया।
और अंत में, अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित की।