सौ साल पहले 'बाम्बिनो जेसू अस्पताल’ पोप का अस्पताल बन गया
बम्बिनो जेसु अस्पताल, दुनिया भर में बाल चिकित्सा सहायता के लिए एक संदर्भ बिंदु है, जिसे 100 साल पहले 20 फरवरी को वाटिकन को दान कर दिया गया था। हम अस्पताल के इतिहास और रोम की इस संस्था के साथ पोप के पैतृक संबंध पर नज़र डाल रहे हैं जिसे "पोप के अस्पताल" के रूप में भी जाना जाता है।
1869 में, डचेस और ड्यूक शिपियोनी ने बम्बिनो जेसु बाल चिकित्सा अस्पताल की स्थापना की थी। रोम के केंद्र में उनका घर और उसके 12 बिस्तर बच्चों को समर्पित शहर का पहला अस्पताल बन गया।
जिसे 20 फरवरी 1924 को, वाटिकन को दान कर दिया गया, और यह "पोप का अस्पताल" बन गया। यह अब रोम और दुनिया भर में बीमार बच्चों की देखभाल के लिए एक संदर्भ बिंदु बन गया। इसके अब सौ वर्ष बीत चुके हैं।
पहले ही अस्पताल को जानिकोलो पहाड़ पर संत ओनोफ्रियो के प्राचीन कॉन्वेंट में स्थानांतरित कर दिया गया था। 1887 में स्थानांतरित होने के उपरांत, इसकी स्थापना के दस साल से भी कम समय बाद, अस्पताल आज तक वहीं खड़ा है, हालांकि 2030 में इसके फिर से स्थानांतरित होने की उम्मीद है, जहाँ कभी "फोर्लानिनी" अस्पताल हुआ करता था।
वाटिकन को दान देने से पहले, बम्बिनो जेसु अस्पताल में पहले ही 33,000 बच्चों को भर्ती कराया जा चुका था। अस्पताल को पहले ही कई आपात स्थितियों का सामना करना पड़ा था, जिसमें 1915 में एवेज़ानो भूकंप के बाद के हालात भी शामिल थे, जिसमें 420 बच्चों को भर्ती कराया गया था, और 1918 में भयांकर युद्ध के दौरान स्पेनिश फ्लू महामारी के समय 300 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
यात्रा करनेवाले पहले पोप 1858 में पोप जॉन 23वें थे, उसके बाद 1968 में पॉल छटवें, 1979 में जॉन पॉल द्वितीय, 2005 में बेनेडिक्ट 16वें और 2017 में पोप फ्राँसिस रहे। बम्बिनो जेसू अस्पताल अब यूरोप में सबसे बड़ा बाल चिकित्सा पॉलीक्लिनिक और अनुसंधान बन चुका है और क्षेत्र के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय केंद्रों से जुड़ा हुआ है।
सिर्फ 2022 में अस्पताल ने 95,000 से अधिक ईआर भर्ती, 29,000 अस्पताल में भर्ती, 32,000 सर्जिकल और इंटरवेंशनल प्रक्रियाएँ, और 2,500,000 आउट पेशेंट सेवाएँ दर्ज कीं: जो यूरोप के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण बाल चिकित्सा अस्पताल है।
30% से अधिक दाखिलों में क्षेत्र के बाहर के मरीज़ शामिल हैं, जबकि 14% विदेशी नागरिक हैं। 2023 तक, दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित 18,000 बच्चों का इलाज और देखभाल की जा चुकी थी।
पोप फ्राँसिस ने 2017 में बम्बिनो जेसु अस्पताल के बच्चों और कर्मचारियों से बात करते हुए कहा था, "मैंने महसूस किया कि एक अस्पताल से अधिक यह एक परिवार है।" पोप फ्राँसिस भी उस परिवार के हिस्से हैं। उन्होंने अस्पताल में बच्चों से मुलाकात की, बदले में बच्चों ने उन्हें पत्र और चित्र भेजे। बम्बिनो जेसू बाल चिकित्सा अस्पताल को "पोप के अस्पताल" के रूप में सिर्फ इसलिए नहीं जाना जाता है कि यह वाटिकन से जुड़ा है, बल्कि इसलिए क्योंकि पोप का इस संस्थान के लिए प्यार और देखभाल स्पष्ट और सच्चा है, और बच्चे भी इसे जानते हैं।