सीसीबीआई ने सिस्टर जेनिफर को स्वास्थ्य देखभाल प्रेरिताई की समन्वयक नियुक्त किया

भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन सीसीबीआई ने पवित्र क्रूस की दया की धर्मबहन जेनिफर प्रफुल्ला डिसूजा को स्वास्थ्य देखभाल प्रेरिताई की समन्वयक नियुक्त किया।

भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने सिस्टर जेनिफर प्रफुल्ला डिसूजा को स्वास्थ्य प्रेरिताई का नया समन्वयक नियुक्त किया है। 49 वर्षीय सिस्टर जेनिफ़र, पवित्र क्रूस की दया की धर्मबहनों के धर्मसमाज के मिड इंडिया प्रोविंस की सदस्य हैं। यह नियुक्ति 7 से 8 मई 2024 तक बेंगलुरु में आयोजित सीसीबीआई की 94वीं कार्यकारी समिति की बैठक के दौरान की गई।

सिस्टर जेनिफर का जन्म 4 दिसंबर 1974 को मनूर, नीरमर्गा, मैंगलोर, कर्नाटक में हुआ था। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा संत लिगोरी हायर प्राइमरी स्कूल से प्राप्त की और अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई अपने गृहनगर राजेश्वर हायर सेकेंडरी स्कूल से की। कम उम्र से ही, वह धर्मसमाजी जीवन की ओर आकर्षित होने लगीं, 1990 में अपनी 10वीं कक्षा पूरी करने के बाद, उसने पवित्र क्रूस की दया की धर्मबहनों के धर्मसमाज में प्रवेश किया।  नवंबर 1997 में उन्होंने अपना पहला मन्नत लिया, उसके बाद 2005 में अपना अंतिम मन्नत लिया।

उनकी शैक्षणिक यात्रा उन्हें प्री-यूनिवर्सिटी कोर्स (पीयूसी) के लिए झारखंड के बोकारो ले गई, फिर नर्सिंग में बैचलर ऑफ साइंस (बी.एससी नर्सिंग) के लिए फादर मुलर्स, मैंगलोर में दाखिला लिया और बाद में मास्टर ऑफ साइंस (एम.एससी नर्सिंग) नर्सिंग कॉलेज भिलाई, छत्तीसगढ़ में की। 2015 में, उन्होंने मोंटफोर्ट कॉलेज, सम्पूर्णा, बैंगलोर से बेसिक काउंसलिंग स्किल्स में सर्टिफिकेट कोर्स पूरा किया। वर्तमान में वे श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय, गजरौला से अपनी पीएच.डी. कर रही हैं, साथ ही छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में होली क्रॉस कॉलेज ऑफ नर्सिंग में वाइस प्रिंसिपल के पद पर हैं।

अपने पूरे करियर के दौरान, सिस्टरर जेनिफर विभिन्न प्रेरिताई और गतिविधियों में सक्रिय रही हैं। वे युवा प्रेरिताई में सक्रिय रही हैं और जीसस यूथ मिनिस्ट्री का हिस्सा हैं। जब से वे धर्मसमाज में शामिल हुई, तब से वे अपने मिशन के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करते हुए मिशन के काम में सक्रिय रूप से लगी हुई हैं। शिक्षा और नेतृत्व भूमिकाओं के प्रति उनकी प्रतिबद्धता दूसरों की सेवा करने और व्यावसायिक विकास के प्रति समर्पण का एक उदाहरण हैं।