वाटिकन में ‘ओपन डोर्स’ फोटो प्रदर्शनी का अनावरण

सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया द्वारा वर्ष 2025 के दौरान मनाये जा रहे कलीसियाई जयन्ती वर्ष के एक भाग के रूप में, ‘Open Doors’ अर्थात् 'खुले दरवाजे' विषय पर वाटिकन उद्यान के कासिना पियो चतुर्थ में एक प्रदर्शनी का अनावरण किया गया।
सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया द्वारा वर्ष 2025 के दौरान मनाये जा रहे कलीसियाई जयन्ती वर्ष के एक भाग के रूप में, ‘Open Doors’ अर्थात् 'खुले दरवाजे' विषय पर बांग्लादेश और बेनिन, मोरक्को और वाटिकन में खींची गई 25 तस्वीरें वाटिकन उद्यान के कासिना पियो चतुर्थ में प्रदर्शित की जा रही हैं। इसका उद्घाटन मंगलवार 27 मार्च को किया गया।
हर दरवाज़ा खुल सकता है
"इमोशन्स टू क्रिएट चेंज" और वाटिकन के संचार विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस प्रदर्शनी में धरती के सभी कोनों से ली गई 25 छवियां और नौ विभिन्न फोटोग्राफरों की कृतियों को शामिल किया गया है। प्रत्येक फोटोग्राफर ने 'खुले दरवाजे' विषय की स्वतंत्र रूप से व्याख्या की है, और विभिन्न प्रकार के पोर्टल - और उनका उपयोग करने वाले मनुष्य - चित्रों में प्रदर्शित किए गए हैं।
प्रदर्शनी के उद्घाटन के अवसर पर संचार विभाग के प्रीफेक्ट पाओलो रूफिनी ने इस बात पर जोर दिया कि प्रदर्शित तस्वीरें इस बात की याद दिलाती हैं कि “हर दरवाजा खोला जा सकता है।” प्रतिभागियों ने भी तस्वीरें देखने के बाद कहा कि "तस्वीरें हमें देखती हैं" और "हमें बदलाव की ओर धकेलती हैं।"
कहानियों में आशा का संचार
प्रतिभागियों को वाटिकन न्यूज़ और वाटिकन रेडियो के सहयोग से लिया बेल्ट्रामी और अली अक्सू द्वारा निर्देशित लघु वृत्तचित्र "ग्रीन लावा" फिल्म दिखाई गई। फिल्म मांसपेशीय दुर्विकास से पीड़ित उत्तरी इटली के 22 वर्षीय युवक जियाकोमो और उसके साथ रहने वाले घनिष्ठ मित्रों के समूह की कहानी है।
ग्रीन लावा के प्रदर्शन के बाद ‘कहानी कहने को वास्तविकता का दर्पण’ विषय पर चर्चा हुई। प्रतिभागियों ने इस प्रश्न पर विचार विमर्श किया कि कला, वित्त, धर्म और हमारे रोजमर्रा के जीवन के बारे में कहानियां सुनाने से किस तरह जीवन में बदलाव आ सकता है?
इस दिन के कार्यक्रम का आयोजन उत्तरी इटली के त्रेन्तिनो आल्तो आजिदे क्षेत्र के स्वयंसेवकों के समूहों द्वारा किया गया था।