मानव तस्करी पर प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए युवा रोम में एकत्रित

कलीसिया जब गुरूवार को मानव तस्करी के खिलाफ प्रार्थना और जागरूकता हेतु 10वें अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाने की तैयारी कर रही है, दुनियाभर से करीब 50 युवा रोम पहुँचे हैं जहाँ वे तस्करी पर एक विशेष प्रशिक्षण में भाग ले रहे हैं।

8 फरवरी को मानव तस्करी के खिलाफ प्रार्थना और जागरूकता का 10वाँ अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाएगा, जिसकी स्थापना 2015 में पोप फ्राँसिस द्वारा सूडानी धर्मबहन संत बकिता के पर्व दिवस पर की गई थी, जो तस्करी की शिकार हुई थीं और इस संकट के खिलाफ कलीसिया की प्रतिबद्धता का एक विश्वव्यापी प्रतीक हैं।

उस दिन दुनियाभर के कई पल्लियों, समुदायों और संगठनों में हजारों लोग जमा होकर इस वैश्विक मुद्दे पर चिंतन करेंगे, प्रार्थना में भाग लेंगे तथा अपने अनुभवों को साझा करेंगे। उस दिवस की विषयवस्तु होगी, “गरिमा में यात्रा। सुनना। सपने देखना। कदम उठाना।”

उन 50 युवाओं में, जो पाँच महादेशों से हैं, विद्यार्थी, स्वयंसेवक, शोधकर्त्ता, पत्रकार, कार्यकर्ता शामिल हैं जो 2- 8 फरवरी तक मानव तस्करी पर प्रशिक्षण एवं जागरूकता सेमिनार में भाग ले रहे हैं।

रविवार को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में देवदूत प्रार्थना के दौरान संत पापा फ्राँसिस उनका अभिवादन करेंगे।