भारत में जयन्ती वर्ष 2025 के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम
भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया द्वारा घोषित पवित्र वर्ष 2025 की जयन्ती के लिए धर्मप्रान्तीय संपर्क व्यक्तियों (डीसीपी) को तैयार करने के उद्देश्य से एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया है।
कार्यक्रम का उद्देश्य
पंजाब के जालंधर स्थित ज्ञानोदय न्यू पास्टरल सेंटर में 19-20 अगस्त को सम्पन्न यह जयन्ती प्रशिक्षण कार्यक्रम भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीसीबीआई) तथा भारत में परमधर्मपीठीय मिशन सम्बन्धी संगठनों के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास है।
भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन, सीसीबीआई, के उप-महासचिव फादर स्टीफन अलाथारा और राष्ट्रीय सुविधा टीम द्वारा विकसित इस कार्यक्रम का उद्देश्य धर्मप्रान्तीय संपर्क व्यक्तियों को जयंती वर्ष के लिए आवश्यक ज्ञान और रणनीतियों से लैस करना था।
रणनीतियाँ
काथलिक कनेक्ट के अनुसार, प्रशिक्षण में जयंती के आध्यात्मिक महत्व के साथ-साथ नियोजन तकनीकों और संचार रणनीतियों पर चर्चा की गई। प्रतिभागियों ने ऐसे सत्रों में भाग लिया, जिनमें जयंती के महत्व को रेखांकित किया गया, सीखने और प्रार्थना के वर्ष का परिचय दिया गया और विभिन्न धर्मप्रांतों से प्रभावी प्रथाओं को साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
अतिरिक्त चर्चाओं में भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन का तैयारी दस्तावेज़, पल्ली पर्व नोरोज़ी प्रार्थना का विषय और जयंती वर्ष 2025 का पंचाग शामिल था। तैयारियों में सहायता प्रदान करने हेतु एक संसाधन पुस्तकालय और टूलकिट भी उपलब्ध कराया गया था।
मुम्बई के उपनगर वसई धर्मप्रान्त के काथलिक पुरोहित फादर रॉबर्ट जोसेफ गोंजाल्विस के अनुसार, "इस कार्यक्रम ने हमें जयन्ती वर्ष 2025 की तैयारियों के लिए उपकरण प्रदान किए हैं।" जबकि, शिमला-चंडीगढ़ धर्मप्रान्त के श्री समीर लाकरा ने सन्त पापा फ्रांसिस द्वारा आगे बढ़ने हेतु किये जा रहे प्रयासों से प्राप्त प्रेरणा पर ज़ोर दिया।
कार्यक्रम का समापन जालंधर धर्मप्रान्त के प्रेरितिक प्रशासक धर्माध्यक्ष एग्नेलो ग्रेसियश के प्रभाषण के साथ हुआ, जिन्होंने जयन्ती वर्ष 2025 को सफल बनाने में धर्मप्रान्त के संपर्क व्यक्तियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। प्रशिक्षण का समन्वयन उत्तरी क्षेत्र के क्षेत्रीय उप-महासचिव फादर एंटनी थुरुथियिल द्वारा किया गया था। ।