भारत के चार धर्मप्रांतों के लिए नये धर्माध्यक्षों की नियुक्ति
पोप फ्राँसिस ने वेल्लोर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष के रुप में चिंगलपट के पुरोहित अम्ब्रोस पिचाईमुथु और वसई धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष के रुप में फादर थॉमस डिसूजा, बागडोगरा धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष के रुप में धर्माध्यक्ष पॉल सिमिक को और नेल्लोर धर्मप्रांत के सहायक धर्माध्यक्ष के रुप में फादर अंतोनी दास पिल्ली को नियुक्त किया।
पोप फ्राँसिस ने शनिवार 9 नवम्बर भारत के चार धर्मप्रांत के लिए चार नये धर्माध्यक्षों को नियुक्त किया।
वेल्लोर के धर्माध्यक्ष की नियुक्ति
पोप फ्राँसिस ने शनिवार 9 नवम्बर चिंगलपट के पुरोहित अम्ब्रोस पिचाईमुथु को वेल्लोर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है। वर्तमान में वे भारत में पोंटिफ़िकल मिशन सोसाइटीज़ के राष्ट्रीय निदेशक हैं।
संक्षिप्त जीवनी
नवनियुक्त धर्माध्यक्ष अम्ब्रोस पिचाईमुथु का जन्म 3 मई, 1966 को तमिलनाडु के चेयूर में हुआ था। उन्होंने चेन्नई में सेक्रेड हार्ट सेमिनरी में दर्शनशास्त्र और धर्मशास्त्र का अध्ययन किया, बेल्जियम में काथलिक यूनिवर्सिटी ल्यूवेन से दर्शनशास्त्र में लाइसेंस प्राप्त किया और रोम में संत थॉमस एक्विनास के पोंटिफिकल विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।
25 मार्च, 1993 को मद्रास और मायलापुर के मेट्रोपॉलिटन महाधर्मप्रांत के लिए उनका पुरोहिताभिषेक किया गया और 2002 में उन्हें चिंगलपट के नए धर्मप्रांत में शामिल किया गया था।
उन्होंने निम्नलिखित पदों पर कार्य किया है:
चेन्नई में संतहोम महागिरजाघर के सहायक पल्ली पुजारी (1993-1994); पल्लवरम में संत फ्रांसिस जेवियर के सहायक पल्लीपुरोहित (1994-1995); चेन्नई में सेक्रेड हार्ट सेमिनरी के प्रोफेसर और वाइस रेक्टर (2001-2008); चिंगलपुट कॉलेज ऑफ कंसल्टर्स और फॉर्मेशन काउंसिल के सदस्य (2002-2017); चिंगलपट के विकर जनरल (2008-2015); संत जोसेफ महागिरजाघर के पल्ली पुरोहित, चिंगलपुट (2008-2013); संत जोसेफ डीनरी के विकर फोरेन, चिंगलपुट (2009-2012); सेक्रेड हार्ट पल्ली ओरागदम के पल्ली पुरोहित (2013-2015); मरिया ख्रीस्तियों की सहायिका, पडप्पाई के पल्ली पुरोहित और काथलिक स्कूलों के निदेशक (2015-2017); संत फ्राँसिस जेवियर पल्लवरम के पल्ली पुरोहित (2017-2018)। 2018 से वे भारत में पोंटिफिकल मिशन सोसाइटीज के राष्ट्रीय निदेशक और भारत के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के उद्घोषणा आयोग के कार्यकारी सचिव रहे हैं।
वसई धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष की नियुक्ति
संत पापा फ्राँसिस ने वसई धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष के रूप में उसी धर्मप्रांत के फादर थॉमस डिसूजा को नियुक्त किया है, जो अब तक नंदखाल में पवित्र आत्मा पल्ली की पल्लीपुरोहित हैं।
संक्षिप्त जीवनी
नव नियुक्त धर्माध्यक्ष थॉमस डिसूजा का जन्म 23 मार्च 1970 को वसई धर्मप्रांत के चुल्ने में हुआ था। उन्होंने संत पियस दसवें कॉलेज में दर्शनशास्त्र और धर्मशास्त्र का अध्ययन किया और चेन्नई में मद्रास विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र और धर्म में मास्टर डिग्री प्राप्त की।
उन्होंने निम्नलिखित पदों पर अपनी सेवा दी:
नंदखाल में पवित्र आत्मा पल्ली के सहायक पल्ली पुरोहित (1998-2002); रेमेडी में माइनर सेमिनरी के रेक्टर (2000-2001; 2005-2007); भिवंडी में दिव्य दया के पल्ली पुरोहित (2003-2005); अगाशी में संत जेम्स पल्ली के पल्लीपुरोहित (2007-2013); रेमेडी में रोगियों की माता के तीर्थालय के रेक्टर (2013-2019)। 2019 से वे पवित्र आत्मा पल्ली के पल्लीपुरोहित और नंदखाल में संत जोसेफ हाई स्कूल और जूनियर कॉलेज के प्रिंसिपल रहे हैं।
बागडोगराके धर्माध्यक्ष की नियुक्ति
संत पापा फ्राँसिस ने धर्माध्यक्ष पॉल सिमिक को बागडोगरा धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष के रुप में नियुक्त किया है। अबतक वे माटुरबा के नामधारी धर्माध्यक्ष और नेपाल के प्रेरितिक प्रशासक थे।
संक्षिप्त जीवनी
धर्माध्यक्ष पॉल सिमिक का जन्म 7 अगस्त 1963 को दार्जिलिंग धर्मप्रांत के गिटडुबलिंग में हुआ था और उन्होंने रोम में पोंटिफ़िकल उर्बनियाना विश्वविद्यालय से बाइबिल धर्मशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी।
9 अप्रैल 1992 को दार्जिलिंग धर्मप्रांत के लिए उनका पुरोहिताभिषेक किया गया था।
उन्होंने निम्नलिखित पदों पर अपनी सेवा दी:
सिक्किम में नामची पब्लिक स्कूल के हॉस्टल प्रीफेक्ट (1992-1993); सुरुक में संत मरिया पल्ली के पल्ली पुरोहित (1993-1995); मॉर्निंग स्टार कॉलेज में धर्मशास्त्र के प्रोफेसर (2000-2006); पाकयोंग में क्राइस्ट द किंग के पल्ली पुरोहित (2006-2007); ईस्ट सिक्किम डीनरी के डीन और पाकयोंग में संत जेवियर्स स्कूल के बर्सर (2007-2011); दार्जिलिंग में निष्कलंक गर्भागमन महागिरजाघर के पल्ली पुरोहित (2011-2014)।
25 अप्रैल 2014 को माटुरबा के नामधारी धर्माध्यक्ष और नेपाल के प्रेरितिक प्रशासक नियुक्त किए गए। 29 जून 2014 को उनका धर्माध्यक्षीय अभिषेक हुआ।
नेल्लोर धर्मप्रांत के सहायक धर्माध्यक्ष की नियुक्ति
संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 9 नवम्बर नेल्लोर धर्मप्रांत के सहायक धर्माध्यक्ष के रूप में अंतोनी दास पिल्ली को नियुक्त किया, जो अब तक हैदराबाद के संत जॉन्स रीजनल सेमिनरी में प्रशिक्षक और ईशशास्त्री धर्मसिद्धांत के प्रोफेसर रहे हैं।
संक्षिप्त जीवनी
नव नियुक्त धर्माध्यक्ष अंतोनी दास पिल्ली का जन्म 24 अगस्त 1973 को डोनाकोंडा में हुआ था। नेल्लोर में संत जॉन्स माइनर सेमिनरी में पढ़ाई करने के बाद, उन्होंने विशाखापटनम में संत जॉन्स रीजनल सेमिनरी में दर्शनशास्त्र और हैदराबाद में संत जॉन्स रीजनल सेमिनरी में धर्मशास्त्र का अध्ययन किया।
24 अप्रैल 2000 को नेल्लोर धर्मप्रांत के लिए उनका पुरोहिताभिषेक किया गया था।
उन्होंने निम्नलिखित पदों पर काम किया और आगे की पढ़ाई की:
नेल्लोर के धर्माध्यक्ष के उप सचिव (2000-2002); कोमारोले के पल्लीपुरोहित (2002-2003); गुडलूर के पल्ली पुरोहित (2004-2007); चिंतारेड्डीपालेम के पल्ली पुरोहित (2007-2008); रोम में परमधर्मपीठीय उर्बान विश्वविद्यालय में धर्मसिद्धांत धर्मशास्त्र में लाइसेंसधारी और डॉक्टरेट (2008-2014); नेल्लोर में संत जॉन्स माइनर सेमिनरी के रेक्टर और सुन्नपुबत्ती के पल्लीपुरोहित (2014-2016)। 2017 से वे हैदराबाद के संत जॉन्स रीजनल सेमिनरी में प्रशिक्षक और ईशशास्त्री धर्मसिद्धांत के प्रोफेसर रहे हैं।