ब्रिटेन में दंगों के बीच महाधर्माध्यक्ष ने किया शांति का आह्वान
ब्रिटेन में जारी दंगों के बीच, एंग्लिकन कलीसिया के धर्मगुरु महाधर्माध्यक्ष जस्टिन वेल्बी ने हिंसा और आक्रामकता के पीड़ितों की बढ़ती संख्या के प्रति गहन दुख व्यक्त कर संघर्ष के अधिक अनुकूल समाधान के रूप में शांति और अहिंसक विरोध का आह्वान किया है।
धार्मिक नेताओं का आह्वान
ब्रिटेन में हाल की घटनाओं के मद्देनजर ब्रिटेन के धार्मिक नेताओं ने देश भर में हिंसक मुस्लिम विरोधी दंगों की निंदा की है। घृणा और क्रूरता के खिलाफ एकजुट होकर उन्होंने कहा है कि प्रत्येक ब्रिटिश नागरिक को "सम्मान से जीने का अधिकार है और दूसरों का सम्मान करना प्रत्येक की ज़िम्मेदारी है"।
धार्मिक नेताओं के आह्वान में अपनी आवाज़ मिलाते हुए कैंटरबरी के महाधर्माध्यक्ष जस्टिन वेल्बी ने कहा कि वे उनके साथ प्रार्थना में शामिल हैं तथा सभी प्रभावित समुदायों, घायलों तथा और आस्था एवं सद्भावना रखने वाले लोगों के लिए शांति की मंगलकामना करते हैं। सार्वजनिक व्यवस्था बहाल करने में जुटे पुलिसकर्मियों तथा आराधना-अर्चना स्थलों की सुरक्षा में लगे लोगों के प्रति भी उन्होंने हार्दिक आभार व्यक्त किया।
महाधर्माध्यक्ष वेल्बी
बीबीसी रेडियो के चैनल चार के साथ एक साक्षात्कार में महाधर्माध्यक्ष वेल्बी ने इस बात की पुष्टि की कि, "हिंसक विरोध प्रदर्शन लोगों को उनके उद्देश्य से विमुख कर देता है।" उन्होंने इस बात पर बल दिया कि "चाहे कारण कुछ भी हो, शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों का प्रभाव आपराधिक हिंसक दंगों की तुलना में दस हजार गुना अधिक होगा।"
महाधर्माध्यक्ष का यह संदेश ब्रिटेन के कई क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए बढ़ती चिंताओं के बाद आया है, क्योंकि लंदन, बर्मिंगहेम, यॉर्कशायर और मर्सीसाइड में लोग दंगे कर रहे हैं और सड़कों पर उतर रहे हैं, जहां बड़े पैमाने पर हिंसा और गिरफ्तारियां हो रही हैं।
घरेलू सामाजिक कार्रवाई सम्बन्धी इंग्लैंड और वेल्स के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की आधिकारिक एजेंसी (सीएसएएन) ने हाल ही में अपनी एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा था कि कलीसिया हिंसक प्रकोपों के शिकार बने हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए आशा का संचार करना चाहती है।