फादर रोमनेली: गाजा में ख्रीस्तीय 'क्रूस के रास्ते' को जी रहे हैं

गज़ा शहर में पवित्र परिवार पल्ली के पल्ली पुरोहित, फादर गाब्रियल रोमनेली का कहना है कि गाजा पट्टी में एकमात्र काथलिक गिरजाघर में शरण लेनेवाले लगभग 600 ख्रीस्तियों की स्थिति खराब हो रही है क्योंकि इजरायली सेना ने राफा पर अपने नियोजित जमीनी आक्रमण से पहले छापे तेज कर दिए हैं।

इज़राइल जब गज़ा के सबसे दक्षिणी शहर राफा पर अपना जमीनी आक्रमण शुरू करने की तैयारी कर रहा है, अंतरराष्ट्रीय अपील के बावजूद इजरायली सेना बलों ने इस सप्ताह गज़ा शहर में अपने अभियान तेज कर दिए हैं और नागरिकों को तुरंत तुर्कमान और ज़ैतुन के आसपास के इलाके को खाली करने का आदेश दिया है।

सिस्टर नबीला सालेह ने एसआईआर एजेंसी को इस खबर की पुष्टि दी, जो लगभग 600 विस्थापित ख्रीस्तीयों के साथ जैतुन इलाके के मध्य स्थित पवित्र परिवार पल्ली में शरण ली हुई है।

येरूसालेम की रोजरी की धर्मबहन ने कहा कि इस्राइल सोमवार से इस क्षेत्र पर छापे मार रहा है, और हवाई हमलों ने उनके द्वारा संचालित स्थानीय "रोज़री सिस्टर्स स्कूल" को नष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा, "हम बमों के नीचे हैं और इस्राइल नागरिकों को इलाका खाली करने के लिए कह रहा है।"

यह पहली बार नहीं है कि इस्रायली सेना ने गाजा शहर की जनता को क्षेत्र छोड़ने का आदेश दिया है और हर बार पल्ली परिसर में रहनेवाले विस्थापित ख्रीस्तीयों ने वहीं रहने का फैसला किया है क्योंकि बुजुर्गों, बीमार और विकलांग लोगों को ले जाना मुश्किल है। वहाँ अपनी सुरक्षा को खतरे में डालकर मदर टेरेसा की धर्मबहनें उनकी सहायता कर रही हैं।

इस बार भी, सिस्टर नबीला ने कहा, वे गोलीबारी में फंसने के जोखिम के बावजूद हिलना नहीं चाहते हैं "जो बात सबसे ज्यादा दुःख देती है वह यह है कि कोई भी इस युद्ध को रोकने हेतु, दोनों पक्षों को यह बताने के लिए कुछ नहीं कर रहा है कि “ बहुत हो गया।” उन्होंने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में कोई साहस नहीं है जबकि यहाँ नागरिक बमों के नीचे, भूख और कठिनाई से मर रहे हैं। वे इन बचारे लोगों से और क्या चाहते हैं?”

अपनी ओर से, पवित्र परिवार के पल्ली पुरोहित फादर गाब्रियल रोमनेली, जो 7 अक्टूबर, 2023 से गाजा शहर नहीं लौट पाए हैं, लेकिन अपने फादर यूसुफ असद के साथ लगातार संपर्क में हैं, ख्रीस्तीयों की स्थिति का वर्णन करते हुए कहते हैं कि नागरिक क्षेत्र में "क्रूस के रास्ते" के रूप में जी रहे हैं।

उन्होंने बताया, "जैसे-जैसे मरनेवालों की संख्या बढ़ रही है, स्थिति हर घंटे बदतर होती जा रही है।"

हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस्रायल और हमास के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद से, गज़ा पर इस्रायली हमलों में मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या अब 29,000 से अधिक हो गई है, जबकि 69,000 से अधिक घायल हुए हैं।

इस संदर्भ में, यहां तक कि पवित्र परिवार पल्ली में रहने की स्थिति भी अधिक कठिन होती जा रही है। फादर रोमनेली ने बताया कि रसोई अब सप्ताह में केवल तीन दिन चालता है और श्रद्धालु अपनी जरूरत का भोजन पाने के लिए बेताब रहते हैं।

चार महीने से अधिक के युद्ध के बाद, परिसर में शरण लिए हुए लगभग 600 विस्थापित ख्रीस्तीय हैं, जिनमें अक्टूबर में इस्रायली हवाई हमले से प्रभावित पड़ोसी संत पोर्फिरियस ग्रीक ऑर्थोडॉक्स चर्च के ऑर्थोडॉक्स ख्रीस्तीय भी शामिल हैं, जो "थके हुए, दुःखी और टूटे हुए हैं।"

फादर ने कहा, “उन्हें भविष्य ही नहीं दिखाई पड़ रहा है। इसके बावजूद, "वे उन लोगों के लिए हर संभव प्रयास करते हैं जिनके पास उनसे कम है, पल्ली के पास रहनेवाले कई परिवारों की मदद करते हैं।"

पिछले सप्ताह शुक्रवार को फादर रोमनेली क्रूस रास्ता के लिए अपने पैरिश से संपर्क करने में कामयाब रहे: उन्होंने बतलाया, "प्रत्येक स्टेशन में, हमने इस युद्ध के पीड़ितों के लिए, शांति के लिए और उन लोगों के लिए प्रार्थना की जिन्होंने अपना सब कुछ खो दिया है।"

सिस्टर नाबिला ने कहा, “इस चालीसा काल में हम अपना क्रूस रास्ता येसु के साथ कर रहे हैं जिन्होंने पहले ही मानवीय पीड़ा सही है। हम उन पर विश्वास करते हैं जिनके हाथों में इतिहास है और हम उनसे शांति के वरदान के लिए प्रार्थना करते हैं।” उन्होंने आग्रह किया, “हमारे साथ प्रार्थना करें, हमारे लिए और गज़ा के लिए।"