पोप ने वैश्विक शांति और धार्मिक उत्पीड़न के सभी पीड़ितों के लिए प्रार्थना की

रविवारीय देवदूत प्रार्थना में पोप फ्राँसिस ने संघर्ष क्षेत्रों में शांति, हाशिए पर पड़े लोगों के साथ एकजुटता, तथा अन्याय और दुर्व्यवहार के विरुद्ध प्रार्थनापूर्ण कार्रवाई का आह्वान किया।

देवदूत प्रार्थना के उपरांत पोप ने विभिन्न घटनाओं की याद की। उन्होंने नये धन्यों की याद करते हुए कहा, “कल स्कूटरी में दो शहीदों को धन्य घोषित किया गया: ऑर्डर ऑफ फ्रायर्स माइनर के पुरोहित लुइजी पालिक, और 20वीं सदी के धार्मिक उत्पीड़न के शिकार, धर्मप्रांतीय पुरोहित गोजोन गज़ुल्ली।”

और आज फ्रीबर्ग में एक और शहीद ब्रिसगोविया को धन्य घोषित किया गया, फादर मैक्स जोसेफ मेट्ज़गर, ख्रीस्त राजा को समर्पित सेक्युलर संस्थान के संस्थापक थे, जिन्हें शांति के पक्ष में अपनी धार्मिक प्रतिबद्धता के लिए नाज़ीवाद के विरोध का सामना करना पड़ा। इन शहीदों के उदाहरण से कई ख्रीस्तीयों को सांत्वना मिलेगी, जिनके साथ हमारे समय में उनके विश्वास के कारण भेदभाव किया जाता है। तब संत पापा ने नए धन्यों को ताली बजाकर सम्मानित किया।

गरीबी की याद
आज हम विश्व गरीब दिवस मनाते हैं, जिसकी विषयवस्तु है "गरीबों की प्रार्थना ईश्वर तक पहुँचती है।" (प्रवक्ता 21,5) संत पापा ने कहा, “मैं धर्मप्रांत और पल्लियों के उन लोगों को धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने सबसे वंचित लोगों के साथ एकजुटता के प्रयासों को बढ़ावा दिया है।” उन्होंने सड़क दुर्घटना के शिकार लोगों की भी याद की एवं उनके लिए प्रार्थना का आह्वान करते हुए कहा, "हम उनके लिए, उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करें, और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अपना योगदान दें।”

गरीबों को सामने रखते हुए पोप ने लोगों को खुद से प्रश्न पूछने के लिए प्रेरित किया, “हर कोई अपने आप से यह प्रश्न पूछ सकता है: क्या मैं गरीबों को देने के लिए खुद को कुछ से वंचित करता हूँ? जब मैं भिक्षा देता हूँ तो क्या मैं उस गरीब व्यक्ति का हाथ छूता हूँ और उसकी आंखों में नजर डालता हूँ?” उन्होंने कहा, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि गरीब इंतजार नहीं कर सकते!”

पीड़ितों के लिए प्रार्थना दिवस
इटली की कलीसिया में सोमवार को पीड़ितों और दुर्व्यवहार से बचे लोगों के लिए प्रार्थना दिवस का प्रस्ताव रखा गया है। इतालवी कलीसिया के साथ जुड़ते हुए संत पापा ने कहा, “हर दुर्व्यवहार विश्वास के साथ धोखा है, यह जीवन के साथ विश्वासघात है! "विश्वास पुनः प्राप्त करने" के लिए प्रार्थना आवश्यक है।”

पोप ने विश्व मत्स्य पालन दिवस की भी याद दिलायी जिसको अगले गुरुवार को मनाया जाएगा। पोप ने कहा, “इस अवसर पर मैं सभी मछुआरों को याद करना चाहूंगा। सागर का तारा मरियम, मछुआरों और उनके परिवारों की रक्षा करे।”

उसके बाद संत पापा ने रोम तथा इटली एवं देश-विदेश से एकत्रित सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया।

विश्व शांति के लिए प्रार्थना
तत्पश्चात् विश्व के विभिन्न हिस्सों में चल रहे युद्धों के मद्देनजर विश्व शांति के लिए प्रार्थना करने का आह्वान करते हुए कहा, “आइए, हम शांति के लिए प्रार्थना करें: पीड़ित यूक्रेन में, फिलिस्तीन में, इस्राएल में, लेबनान में, म्यांमार में और सूडान में। युद्ध हमें अमानवीय बनाता है, हमें अस्वीकार्य अपराधों को सहन करने के लिए बाध्य करता है।” उन्होंने सरकारों से अपील दुहराते हुए कहा, “सरकारों को शांति की मांग कर रहे लोगों की पुकार सुननी चाहिए।”

अंत में उन्होंने अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को सभी को शुभ रविवार की मंगल कामनाएँ अर्पित की।